Jharkhand News: झारखंड सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से करोड़ों रुपये खर्च करती है. इसके बावजूद चिकित्सकों की कमी के कारण आमजनों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है. सात प्रखंडो वाले लोहरदगा जिले के महज पांच प्रखंड में ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित है. वहीं, पेशरार प्रखंड तथा कैरो प्रखंड अभी भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा से वंचित है. ऐसी परिस्थिति में इन दोनों प्रखंडों की बड़ी आबादी आज भी अपने मरीजों के इलाज के लिए काफी मशक्कत करने को विवश है.
चिकित्सकों की कमी का झोलाछाप डॉक्टर्स उठाते हैं लाभ
चिकित्सकों की कमी का सीधा लाभ झोलाछाप डॉक्टर उठाते हैं. इलाज के नाम पर मोटी रकम की वसूली की जाती हैं. पैसा कमाने के लालच में कई क्रॉनिकल मरीजों का इलाज शुरू कर देते हैं और जब मरीजों की स्थिति बिगड़ती शुरू होती है, तो अंतिम समय में वैसे मरीजों को लोहरदगा सदर अस्पताल रेफर कर दिया जाता है. झोलाछाप डॉक्टरों के चक्कर में पड़कर न सिर्फ मरीज के परिजनों का आर्थिक रूप से दोहन किया जाता रहा है, बल्कि कई मरीज तो झोलाछाप डॉक्टरों के चक्कर में पड़कर असमय मौत को गले लगा लेते हैं.
आज भी अंधविश्वास में फंसे हैं ग्रामीण
जिले के सुदूर ग्रामीण पहाड़ी इलाकों में आज भी लोग अंधविश्वास पर विश्वास करते हैं. इन इलाकों में सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थानों के माध्यम से इस दिशा में तमाम जागरूकता अभियान चलाए जाने के बावजूद भी ग्रामीण अंधविश्वास पर विश्वास करते हैं कहीं न कहीं चिकित्सकों की कमी के कारण झोलाछाप डॉक्टर्स तथा ओझा-गुनी का धंधा जिले में फलफूल रहा है.
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कई पोस्ट हैं खाली
लोहरदगा में चिकित्सकों की कमी का आलम यह है कि सदर अस्पताल, लोहरदगा में अस्पताल के उपाधीक्षक सहित चिकित्सा पदाधिकारियों का 28 पोस्ट खाली है. सदर अस्पताल में चिकित्सकों का कुल 63 पदों के खिलाफ महज 35 चिकित्सक कार्यरत हैं, जबकि सदर अस्पताल के उपाध्यक्ष के एक रिक्त पद के अलावा पैथोलॉजिस्ट के दो, फिजीशियन के दो, निश्चेतक के दो, मनोचिकित्सक के एक, अस्थि रोग विशेषज्ञ के एक, नेत्र रोग विशेषज्ञ के दो, फॉरेंसिक विशेषज्ञ के एक, चर्म एवं गुप्त रोग के एक, रेडियोलॉजिस्ट के एक, जिला यक्ष्मा केंद्र चिकित्सा पदाधिकारी के एक तथा कुछ नियंत्रण चिकित्सा पदाधिकारी के एक पद रिक्त पड़े हैं. इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, लोहरदगा में चिकित्सा पदाधिकारी के तीन स्वीकृत पदों खिलाफ एक कार्यरत हैं, जबकि दो पोस्ट खाली पड़े हैं. इसी तरह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सेन्हा शिशु रोग तथा फिजीशियन के एक-एक पद रिक्त है. वहीं, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भंडरा में भी चिकित्सा पदाधिकारी के चार स्वीकृत पदों में दो पद रिक्त पड़े हैं.