Galwan Valley, LAC, Ladakh : लोहरदगा : लद्दाख (Ladakh) के गलवान घाटी में चीन के ‘धोखे’ से लोगों में गुस्सा है. हर हिस्से में भारतीय सैनिकों की शहादत का बदला लेने की मांग की जा रही है. इसी कड़ी में लोहरदगा में अंजुमन इस्लामिया ने सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए 2 मिनट का मौन रखा. वहीं, चीनी राष्ट्रपति का पुतला भी दहन किया. अंजुमन इस्लामिया ने सैनिकों की शहादत को लेकर केंद्र सरकार से चीन के साथ सभी तरह के व्यापारिक व राजनीतिक संबंध खत्म करने की मांग की है.
अंजुमन इस्लामिया के कन्वेनर हाजी शकील अहमद ने कहा कि चीन हर बार भारत के साथ सिर्फ अच्छे रिश्ते और पड़ोसी होने का दिखावा करता है, जबकि सच्चाई यह है कि चीन लगातार भारत की सीमाओं में घुस कर अवैध कब्जा करता है और समय- समय पर गोलीबारी करते रहता है. उन्होंने कहा कि भारत मां के वीर सपूतों की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने दिया जायेगा.
उन्होंने केंद्र सरकार से आईपीएल में चीनी कंपनी विवो के फ्रेंचाइजी को रद्द करने की मांग की है. साथ ही हिंदुस्तान में पूर्ण रूप से चीनी प्रोडक्ट के आयात पर रोक लगाने की मांग की है. इसके अलावा चीनी कंपनियों को भारत में निर्माण कार्य में दिये गये सभी टेंडर को रद्द किया जाये.
सैनिकों की शहादत पर श्रद्धांजलि देने वालों में हाजी शकील अहमद, सफदर आलम, शाहिद अहमद बेलू, मास्टर मुमताज अहमद, हाजी अब्दुल जब्बार, रऊफ अंसारी, सैयद खालिद शाह, हाजी फहीम कुरैशी, नेहाल कुरैशी, हाजी अलीम, अफरोज आलम, कमरुज्जमा कुरैशी, हाजी अफसर कुरैशी, मनान खान, वसीम सहित अन्य लोग मौजूद थे.
भारत और चीन के बीच करीब 3500 किलोमीटर लंबी एलएसी है. कई दशकों से यह तनाव का विषय बना हुआ है. गत 15 जून की रात भारत और चीन के सैनिकों के बीच गलवान गाटी में हिंसक झड़प हुई. इस घटना में भारतीय सेना के एक कर्नल समेत 20 जवान शहीद हो गये, जबकि दावा किया जा रहा है कि भारत ने भी माकूल जवाब देते हुए चीन के 40 से ज्यादा सैनिकों को मार गिराया.
Posted By : Samir ranjan.