लोहरदगा : लोहरदगा के नक्सल प्रभावित इलाके सेरेंगदाग में शुक्रवार को गश्त पर निकली पुलिस टीम और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हो गयी. माओवादियों ने पहले आइइडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोट किया और उसके बाद जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. साथ ही हैंड ग्रेनेड से भी हमला किया. गश्ती टीम ने भी जवाबी फायरिंग की. खुद को कमजोर पड़ता देखकर नक्सली फायरिंग करते हुए जंगल में भाग गये. इस मुठभेड़ में लोहरदगा जिला बल के हवलदार उपेंद्र कुमार सिंह (58 वर्ष) और सैप के जवान अंजनी कुमार पांडेय (56 वर्ष) घायल हो गये हैं. दोनों को इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रांची लाया गया, जहां वे मेडिका अस्पताल में भर्ती हैं.
जानकारी के अनुसार, सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित सेरेंगदाग थाना पहाड़ के ऊपरी हिस्से में स्थित है. शुक्रवार दोपहर 12 बजे थाना के जवान गश्त जांच अभियान के लिए निकले थे. कुछ दूर चलने के बाद जवान मुख्य मार्ग पर पहुंचे ही थे, तभी माओवादियों ने आइइडी विस्फोट कर दिया. जवान कुछ समझ पाते, इससे पहले ही माओवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस ने भी मोर्चा संभाला और जवाबी फायरिंग शुरू की. मुठभेड़ करीब 40 मिनट तक चली. इस बीच घने जंगल में छिपे माओवादियों ने दो पुलिसकर्मियों को घायल कर दिया.
गश्ती टीम में शामिल हवलदार उपेंद्र कुमार सिंह को दाहिने जांघ में गोली लगी है, जबकि सैप के जवान अंजनी कुमार पांडेय काे बायें कंधे में गोली लगी है. इसके बाद फायरिंग करते हुए माओवादी जंगल में भाग गये. लोहरदगा की सीमा से सटी रांची पुलिस को भी किया गया अलर्ट : पुलिस मुख्यालय पूरे मामले पर नजर रखे हुए है. घटना के बाद मौके पर पुलिस की अतिरिक्त टुुकड़ी को भी भेजा गया है. इधर, लोहरदगा की घटना के बाद सीमा से सटे रांची के चान्हो और खेलारी थाना क्षेत्र में तैनात पुलिसकर्मियों को अलर्ट कर दिया गया है. वरीय अधिकारियों ने उन्हें सतर्कता बरतते हुए सघन चेकिंग अभियान चलाने का निर्देश दिया है.
रवींद्र गंझू दस्ता लोहरदगा में पुलिस को लगातार दे रहा चुनौती : लोहरदगा में करीब एक साल बाद फिर से माओवादी दस्ते की गतिविधि शुरू हो गयी है. पिछले साल दिसंबर 2019 में महज 13 दिनों में तीन वारदातें हुईं थीं. इन तीनों वारदातों के पीछे माओवादी रवींद्र गंझू के दस्ते का हाथ सामने आया था. इस घटना में भी उसी दस्ते के शामिल होने की आशंका जतायी जा रही है. जिस ढंग से आइइडी विस्फोट किया गया और पुलिस को निशाना बना कर हमला किया गया, उसमें रवींद्र गंझू दस्ता विशेषज्ञ माना जाता है.
लोहरदगा में पिछले साल हुई घटनाएं :
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13 दिसंबर 2019 : लोहरदगा जिला की लातेहार से सटी सीमा पर स्थित पेशरार थाना क्षेत्र के बुलबुल जंगल में आइइडी विस्फोट में एक ग्रामीण की मौत, दूसरा घायल.
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24 दिसंबर 2019 : लोहरदगा पेशरार मुख्य पथ केकरांग झरना के पास माओवदियों के विस्फोट में एक लड़की की मौत, चार अन्य लोग घायल.
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25 दिसंबर 2019 : लोहरदगा के बगड़ू थाना क्षेत्र की केकरांग घाटी में झरना के पास लैंडमाइन विस्फोट में सर्च अभियान में लगे सीआरपीएफ 158 बटालियन के जवान अभिजीत उरांव का बायां पैर उड़ गया था.
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दोपहर 12:00 बजे शुरू हुई मुठभेड़, करीब 40 मिनट तक चली
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हेलीकॉप्टर से रांची लाये गये घायल जवान, मेडिका में भर्ती किये गये
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मुठभेड़ खत्म होने के बाद दोनों घायल पुलिसकर्मियों को हेलीकॉप्टर के जरिये रांची लाया गया. हेलीकॉप्टर खेलगांव में बने हेलीपैड पर उतरा, जहां से दोनों को मेडिका अस्पताल लाया गया. यहां इन्हें डाॅ मेजर रमेश दास की यूनिट में भर्ती किया गया है. दोनों की हालत फिलहाल स्थिर बतायी जा रही है. शनिवार को दोनों का ऑपरेशन कर गोलियां निकाली जायेंगी.
जवानों का मनोबल बढ़ाने अस्पताल और घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी : घायल जवानों को मेडिका में भर्ती किये जाने के दौरान रांची एसएसपी, ग्रामीण एसपी आदि मौजूद रहे. बाद में पुलिस मुख्यालय के वरीय अधिकारी ने भी मेडिका पहुंचकर जवानों का हाल-चाल जाना. उधर, घटना के बाद लोहरदगा एसपी प्रियंका मीणा और एसडीपीओ जितेंद्र कुमार सिंह घटनास्थल पर पहुंचे. डीआइजी अखिलेश झा ने भी घटनास्थल पर जवानों का मनोबल बढ़ाया.
घायल जवानों ने दिखायी बहादुरी, भागे नक्सली : घायल जवानों से मिलने राज्य के प्रभारी डीजीपी एमवी राव मेडिका अस्पताल पहुंचे थे. उन्होंने मीडिया से कहा कि मुठभेड़ में घायल होने के बाद भी दोनों जवानों ने लगतार फायरिंग कर नक्सलियों को भागने पर मजबूर कर दिया. एक जवान का जांघ और दूसरे का कंधा जख्मी हुआ है. घटना में शामिल नक्सलियों के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया जायेगा. इस मौके एडीजी स्पेशल ब्रांच मुरारी लाल मीणा, आइजी अभियान साकेत कुमार सिंह व रांची पुलिस के अधिकारी मौजूद थे.
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घायलों में लोहरदगा जिला बल के 58 वर्षीय और सैप के 56 वर्षीय जवान शामिल
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माओवादियों ने गश्ती दल पर हैंडग्रेनेड भी फेंका, फायरिंग करते हुए जंगल में भागे
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घायल दोनों जवानों की हालत स्थिर, आज ऑपरेशन कर निकाली जायेंगी गोलियां
माओवादियों ने आइइडी विस्फोट के बाद ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी. उनके द्वारा हैंड ग्रेनेड का भी प्रयोग किया गया. पुलिस बल ने भी जवाबी कार्रवाई की है. पुलिस के दो जवान घायल हुए हैं. बाकी सुरक्षित हैं. हथियार भी सुरक्षित हैं. घटना किस संगठन द्वारा की गयी, इसका खुलासा नहीं हो सका है. जंगल में सघन छापेमारी की जा रही है.
Posted by: Pritish Sahay