Lucknow News: देश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका ने सभी के माथे पर सिकन लाना शुरू कर दिया है. यूपी में हर दिन कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. गुरुवार को यूपी में रिकॉर्ड 3121 केस सामने आए हैं. इनमें गौतमबुद्ध नगर में 600, लखनऊ में 408, गाजियाबाद में 382, मेरठ में 401, आगरा में 131, प्रयागराज में 128, वाराणसी में 126 केस मिले हैं.
केन्द्र सरकार ने कोरोना के लक्षणविहीन और हल्के-फुल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए होम आइसोलेशन की अवधि कम कर दी है. अब इन दोनों श्रेणी के मरीज सात दिन में अपना होम आइसोलेशन खत्म कर सकते हैं. इसे उत्तर प्रदेश में भी लागू किया जाएगा. अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा, शिक्षा व स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार को यह जानकारी दी.
होम आइसोलेशन की संशोधित गाइडलाइन के मुताबिक, कोरोना के लक्षणविहीन मरीज व हल्के-फुल्के लक्षण वाले मरीजों को सात दिन आइसोलेट रहने पर डिस्चार्ज किया जा सकता है. सात दिन तक आइसोलेशन में रहने के बाद इन मरीजों को दोबारा कोविड टेस्ट कराने की भी जरूरत नहीं होगी.
अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बीते 24 घंटों में प्रदेश में 3121 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, लेकिन इनमें अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या नगण्य है. इससे साफ है कि संक्रमण तीव्र नहीं है. उन्होंने प्रदेशवासियों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की भी हिदायत दी. गाइडलाइन में लक्षणविहीन उन मरीजों को माना गया है, जिनका कोविड टेस्ट तो पॉजिटिव आया हो, लेकिन उनमें बुखार, खांसी टाइप के कोई लक्षण न हों. हल्के-फुल्के (माइल्ड) लक्षण वाले मरीज उन्हें कहा जाएगा, जो खांसी, बुखार के लक्षण वाले होंगे, लेकिन दोनों श्रेणी के मरीजों का ऑक्सीजन लेवल 93 से कम नहीं होना चाहिए.