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UP News: अकबरपुर के पूर्व बाहुबली विधायक पवन पांडेय गिरफ्तार, STF इस मामले में कर रही थी तलाश

यूपी में अम्बेडकरनगर के पूर्व बाहुबली विधायक पवन पांडेय को उनकी घर से एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. उन पर धोखाधड़ी और जालसाजी सहित कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है.

यूपी में अम्बेडकरनगर के अकबरपुर विधानसभा के शिवसेना से पूर्व बाहुबली विधायक पवन पांडेय को लखनऊ एसटीएफ की टीम ने उनके आवास से गिरफ्तार किया है. पवन पांडेय के खिलाफ वर्ष 2022 में नशीला इंजेक्शन लगाकर करोड़ों की जमीन हड़पने के मामले में अकबरपुर थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी. जिसके बाद मामला हाईकोर्ट गया, जहां कोर्ट की मॉनिटरिंग में पूरे मामले की जांच एसटीएफ कर रही थी. अब यूपी एसटीएफ ने पवन पांडेय को गिरफ्तार किया है. पूर्व बाहुबली विधायक पवन पांडेय पर आरोप है कि उन्होंने अपने साथी मुकेश तिवारी समेत एक दर्जन लोगों के साथ मिलकर अकबरपुर निवासी महिला चंपा देवी के बेटे अजय सिंह को नशीला इंजेक्शन लगाकर करोड़ों की जमीन का 20 लाख रुपये में एग्रीमेंट करा लिया था.

पवन पांडेय को अकबरपुर से गिरफ्तार किया गया- एडीजी एसटीएफ

इस मामले में महिला ने 5 जून 2022 को अकबरपुर कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया था. चंपा देवी की तहरीर पर पूर्व विधायक समेत 12 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था और दो आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. महिला ने आरोप लगाया था कि पूर्व विधायक पवन पांडेय ने उनके बेटे अजय सिंह को नशीला इंजेक्शन देकर उनकी करोड़ों की संपत्ति का 20 लाख रुपये में एग्रीमेंट करा ली. जमीन का एग्रीमेंट कराने के कुछ दिन बाद ही अजय सिंह की पत्नी के तौर पर नीतू सिंह नाम की युवती को पेश कर फर्जी विवाह प्रमाण पत्र और गवाही की बदौलत नगर पालिका में नाम दर्ज कराने के लिए प्रार्थना पत्र दे दिया. एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि पवन पांडेय को शुक्रवार को अकबरपुर से गिरफ्तार किया गया है.

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बाहुबली हैं पूर्व विधायक पवन पांडेय

बता दें कि साल 1991 में अकबरपुर विधानसभा से पवन पाण्डेय शिवसेना से विधायक बने लेकिन उसके बाद अकबरपुर सीट से कई बार वह निर्दलीय और लोजपा से चुनाव लड़े लेकिन हार गए. सुल्तानपुर जनपद से लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके है लेकिन वहां भी पराजित हो गए. बाबरी मस्जिद गिराने के मामले में भी पवन पांडेय पर मुकदमा दर्ज हुआ था. सीबीआई ने उनके विरुद्ध आरोप-पत्र भी दाखिल किया था. वर्तमान समय में पवन पांडेय के भाई राकेश पांडेय जलालपुर सीट सपा से विधायक हैं, जबकि भतीजा रीतेश पांडेय अंबेडकरनगर से बीएसपी से सांसद है. बीते विधानसभा चुनाव में इनके बड़े पुत्र प्रतीक पाण्डेय कटेहरी विधान सभा क्षेत्र से बीएसपी से चुनाव लड़े लेकिन हार गए. पवन पांडेय के ऊपर यूपी के कई जिलों में 4 दर्जन से अधिक हत्या, लूट व अन्य आपराधिक केस दर्ज है.

तीखा बोल तो नहीं बना कारण

अम्बेडकरनगर पूर्व विधायक पवन पांडेय इधर काफी दिनों से सक्रिय नहीं थे लेकिन सुल्तानपुर जनपद में हुए चिकित्सक डा. घनश्याम तिवारी की हत्या के बाद उनके तीखे बोल सामने आए थे. सुल्तानपुर में हुई श्रद्धांजलि सभा में पूर्व विधायक ने कहा कि न्याय न मिला तो हम न्याय लेना जानते हैं. उनके कड़े तेवरों की खूब चर्चा हुई. इसे प्रशासन और शासन को कड़े चैलेंज के तौर पर उस समय देखा गया था.

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