Lucknow: उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद में रविवार सुबह दर्दनाक हादसा हो गया. शहर कोतवाली क्षेत्र में एक निर्माणाधीन सिनेमाघर का लिंटर अचानक गिर गया. इस हादसे में दो मजदूरों की मौत की बात कही जा रही है. दोनों मजदूरों को अचेत अवस्था में मलबे से निकाला गया, उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन और पुलिस के अफसर मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. मलबे के नीचे दबे मजूदरों को बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है. स्थानीय लोगों ने मानकों को ताक में रखकर निर्माण कार्य कराए जाने का आरोप लगाया है. पुलिस अफसरों ने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने के बाद जांच पड़ताल की बात कही है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद अमरोहा में निर्माणाधीन सिनेमा घर में हुए हादसे का संज्ञान लिया है. मुख्यमंत्री ने इस हादसे में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं. साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है. मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर जाकर राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं.
अमरोहा नगर के रहने वाले कमलेश चंद अग्रवाल का आजाद रोड पर माधव सिनेमा हॉल है. पिछले तीन महीने से सिनेमा हॉल की पुरानी बिल्डिंग तोड़कर नया निर्माण कराया जा रहा था. सिनेमा हॉल को तोड़ने और नए निर्माण करने के लिए जहीर नाम के ठेकेदार को काम सौंपा गया था. रविवार को करीब नौ मजदूर सिनेमा हॉल की पुरानी दीवार तोड़ने का कार्य कर रहे थे. इसी दौरान ये हादसा हुआ.
हादसे में काम कर रहे सभी मजदूर मलबे के नीचे दब गए. करीब सात मजदूरों ने जैसे-तैसे मलबे से निकलकर अपनी जान बचाई, जबकि दो मजदूर याशीन और रफीक निवासी काली पगड़ी मलके बे नीचे दबे रहे. बमुश्किल दोनों मजदूरों को अचेत अवस्था में बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.
डीएम राजेश कुमार त्यागी, एसपी आदित्य लांगहे, एसडीएम प्रतिभा सिंह, सीएफओ अनिल कुमार समेत आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और पूरी घटना का जायजा लिया. जिलाधिकारी राजेश कुमार त्यागी ने ठेकेदार द्वारा लापरवाही बरतने की बात कही है. साथ ही बिल्डिंग निर्माण की अनुमति ली गई थी या नहीं इसकी जांच कराने की बात कही है.
घटना के बाद जेसीबी के जरिए मलबे को हटाने का काम किया गया. रेस्क्यू टीम सुनिश्चित करने में जुटी है कि मलबे के नीचे कोई और मजदूर नहीं दबा हो. कहा जा रहा है कि सुरक्षा मानकों का सही से पालन नहीं किया गया था. मानकों को ताक में रखकर के निर्माण कार्य जारी था, जिसकी वजह से बड़ा हादसा हो गया.
उधर पुलिस के मुताबिक घटनास्थल पर अभी बचाव और राहत कार्य चलाया जा रहा है. मृतक मजदूरों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है. घायलों के परिजनों को भी हादसे की जानकारी दी जा रही है.
घटना के पीछे लापरवाही के जो आरोप लगाए हैं, उसे लेकर निर्माण कार्य के लिए परमिशन की भी जांच की जा रही है. मानकों का पालन नहीं करने की बात सामने आने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मलबे में फंसे मजदूरों का रेस्क्यू होने के बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा जाएगा. इसके बाद सभी संबंधित लोगों के बयान दर्ज किए जाएंगे और मामले की जांच की जाएगी.
उधर अमरोहा में ही एक अन्य घटना में राष्ट्रीय राजमार्ग पर खड़े खराब ट्रक में पीछे से तेज रफ्तार दूध का टैंकर घुस गया. हादसे में टैंकर चालक देवेंद्र की मौके पर मौत हो गई, जबकि उसका भाई उपेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया.
बताया जा रहा है कि रजबपुर थाना क्षेत्र के गांव चक मोहद्दीनपुर निवासी देवेंद्र गजरौला स्थित आनंदा कंपनी में दूध का टैंकर चलाता था. उसका छोटा भाई उपेंद्र बतौर हेल्पर टैंकर पर रहता था. देवेंद्र व उपेंद्र दूध का टैंकर लेकर गजरौला से उत्तराखंड के कालाढूंगी जा रहे थे. डिडौली कोतवाली क्षेत्र में भोलेनाथ ढाबे के सामने पहुंचने पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर खराब खड़े ट्रक में टैंकर पीछे से घुस गया.
हादसे में कैंटर चालक देवेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका भाई उपेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया. हादसे की जानकारी मिलते ही थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से दोनों का बाहर निकाला. पुलिस ने घायल उपेंद्र को जोया स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जबकि शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. सीओ सतीश चंद पांडेय ने बताया कि जांच में सामने आया है कि टायर फटने के कारण ट्रक राष्ट्रीय राजमार्ग पर साइड में खड़ा था.