अयोध्या. रविवार को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जयकारों के साथ रामजन्मभूमि पथ का शुभारंभ हुआ. रामलला के दर्शन के लिए पुराने दर्शन मार्ग को बदलकर नया मार्ग शुरू किया गया है. अब श्रद्धालुओं को रामलला के समीप पहुंचने में सुविधा होगी. इस नए मार्ग का विकास 39 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है और इसका आकर्षक डिजाइन और सुविधाओं के साथ भरा हुआ है. नया मार्ग राम जन्मभूमि पथ बिरला धर्मशाला के सामने से सीधे रामलीला दरबार तक जाता है और इस पर निशुल्क पेयजल, लॉकर, विश्राम और चिकित्सा जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं. इस मार्ग पर पर्याप्त रोशनी की भी व्यवस्था है और पिंक शेड्स स्टोन से सजाया गया है. यात्रियों को खूबसूरत और आकर्षक दृश्य नजर आते हैं. इस मार्ग पर विद्युत तार भी ऊपर नहीं दिखाई देते, जिससे इसका वातावरण शांत और सुगम नजर आता है.
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मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जयकारे संग रामजन्मभूमि पथ रविवार से प्रारंभ हो गया. पुराने दर्शन मार्ग में बदलाव करते हुए दर्शनार्थी अब नए मार्ग से रामलला का दर्शन करने जय श्री राम का नारा लगाते हुए परिसर में प्रवेश कर रहे हैं. श्रद्धालु 566 मीटर लंबे श्रीराम जन्म भूमि पथ से होकर रामलला का दर्शन कर रहे हैं. 39 करोड़ रुपये से यह मार्ग करीब डेढ़ साल में बनकर तैयार हुआ है. रामलला का नया दर्शन मार्ग राम जन्मभूमि पथ बिरला धर्मशाला के सामने से सीधे रामलीला दरबार तक पहुंचने वाला सबसे नजदीक और सुविधाजनक मार्ग है. इस मार्ग पर निशुल्क पेयजल, लॉकर, विश्राम और चिकित्सा आदि की सुविधा उपलब्ध है. शुभारंभ अवसर पर इस भव्य मार्ग को फूलों से सजाया गया है. इसके अलावा इस मार्ग पर पर्याप्त रोशनी की भी व्यवस्था की गई है. पिंक शेड्स स्टोन से यह मार्ग बेहद खूबसूरत बनाया गया है. इसकी चौड़ाई लगभग 100 फिट रखी गई है. यहां फ्री लाकर की भी सुविधा है.
योगी सरकार में अयोध्या का संपूर्ण विकास हो रहा है. लगभग 32 हजार करोड़ से अधिक की परियोजना एक साथ यहां चल रही है. अत्याधुनिक लाइट से युक्त जन्मभूमि पर एक साइड पत्थरों को लगाया जा रहा है. जन्मभूमि पथ को योगी सरकार ने अयोध्या के गरिमा के अनुरूप तैयार किया है. इस मार्ग पर पर्याप्त उजाला रहे, इसके लिए दो तरह की लाइटों को इंस्टाल किया जा रहा है. पथ के बीच में ऊंचे लैंप लगाए गए हैं. मार्ग पर सुन्दर डिजाइनर व आकर्षक पोल भी लगाए गए हैं. मार्ग पर यात्रियों की सुविधा के लिए स्टोन बेन्च, वाटर कियोस्क एवं प्रसाधन की व्यवस्था स्थापित की जा रही है. इस मार्ग पर विद्युत तार ऊपर नहीं दिखाई देंगे तथा भविष्य में मार्ग बार-बार खोदने की आवश्यकता भी नहीं होगी. यह मार्ग भविष्य में दर्शनार्थियों की भारी संख्या बढ़ने व सुविधाओं को विशेष ध्यान में रखते हुए बनाया गया है.
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इस पथ के शुभारंभ अवसर पर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र, विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, पूर्व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, कमिश्नर गौरव दयाल, डीएम नीतीश कुमार, एसएसपी राज करण नैयर आदि मौजूद रहे. रामलला के जयकारों के साथ रविवार को द्वितीय बेला में शुरू हुए जन्मभूमि पथ से ही प्रवेश और निकास भी होगा. वहीं राम जन्मभूमि जाने वाले पुराने मार्ग को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है.