Ayodhya Ram Mandir: रामनगरी अयोध्या में रामलला की भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कराने के लिए जिस शुभ मुहूर्त का इंतजार किया जा रहा था, उसकी तस्वीर अब साफ हो गई है. इस तारीख का पूरी दुनिया के रामभक्त इंतजार कर रहे हैं. हर कोई रामलला के विराजमान होने के बाद उनके दर्शन का आतुर है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से तेजी से तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. मंदिर के गर्भगृह में जहां, रामलला विराजमान होंगे, उसकी पूजा की जा रही है. दीपोत्सव और दिवाली के दिन यहां दीया जलाकर रामलला के शुभ मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के सफल होने की प्रार्थना की गई. बताया जा रहा है कि 22 जनवरी को अभिजीत मुहूर्त मृगषिरा नक्षत्र में दोपहर 12:20 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे. इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य खास मेहमान मौजूद रहेंगे. इस समारोह को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने के लिए अयोध्या में साकेत निलयम में हुई संघ परिवार की बैठक में कई अहम फैसले किए गए. इसमें समारोह के अभियान को चार चरणों में बांटकर तैयारियों को आगे बढ़ाने का निर्णय किया गया है. अंतिम चरण रामलला के विराजमान होने के बाद शुरू होगा. इस बीच रामनगरी की 14 कोसी परिक्रमा 20 नवंबर को देर रात से शुरू होगी. इसमें 20 लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है.
अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर पहले चरण की रविवार से शुरुआत हो गई है, जो 20 दिसंबर तक चलेगा. इस दौरान समारोह की कार्ययोजना की रूपरेखा तैयार की जाएगी, जिससे आयोजन के दौरान किसी तरह की ही कमी नहीं हो और सभी कार्य बेहतर तरीके से संपन्न हो सकें. इसके लिए छोटी-छोटी संचालन समिति बनए जाने का निर्णय किया गया है. बताया जा रहा है कि जनपद और खंड स्तर पर 10-10 लोगों की टोली बनाने पर सहमति बनी है.
जानकारी के मुताबिक टोली में मंदिर आंदोलन के कारसेवकों को भी शामिल किया जाएगा. टोलियां 250 स्थानों पर बैठकें कर समारोह से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने की अपील करेंगी. दूसरा चरण एक जनवरी से शुरू होगा. इसमें घर-घर संपर्क योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों में पूजित अक्षत, रामलला के विग्रह का चित्र व एक पत्रक दिया जाएगा.
इसके जरिये लोगों से समारोह के दिन दीपोत्सव मनाने की अपील की जाएगी. 22 जनवरी की प्राण प्रतिष्ठा तारीख को तीसरे चरण में रखा गया है. इस दिन पूरे देश में बड़े पैमाने पर उत्सव का माहौल हो, घरों में स्थानीय मंदिरों में अनुष्ठान हों, इसके लिए माहौल बनाया जाएगा. वहीं चौथे चरण में देशभर के श्रद्धालुओं को रामलला के दर्शन कराने की योजना तैयार की गई है. बताया जा रहा है कि चौथा चरण गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी से शुरू होकर 22 फरवरी तक चलेगा. खास बात है कि यह अभियान प्रांतवार चलाया जाएगा. अवध प्रांत के कार्यकर्ताओं को 31 जनवरी व 01 फरवरी को दर्शन कराने पर योजना है. चौथे चरण को लेकर भी तैयारी की जा रही है.
इस बीच रामनगरी की 14 कोसी परिक्रमा 20 नवंबर को देर रात 2:09 बजे से शुरू होगी. परिक्रमा में लगभग 42 किलोमीटर का रास्ता तय करना होगा. इसके लिए सड़कों और चौराहों को दुरुस्त किया जा रहा है. धूल नहीं उठे, इसके लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है. बसों के फेरे बढ़ा दिए गए हैं. अस्थायी बस अड्डा भी बनाया गया है. मठ-मंदिर सज गए हैं. लखनऊ से आने वाले भक्त सहादतगंज परिक्रमा मार्ग और फैजाबाद बस स्टेशन पहुंचेंगे. बाईपास से सभी अयोध्या पहुंच सकते हैं. ट्रेन से आने वाले अयोध्या कैंट पहुंचेंगे. यहां से वे अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पहुंच सकते हैं. ये परिक्रमा 21 नवंबर की रात 11:38 बजे समाप्त होगी.