यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने बाबरी विध्वंस की बरसी पर हिंदू धर्म का ग्रहण कर लिया है. गाजियाबाद के डासना मंदिर में रिजवी ने हिंदू धर्म की दीक्षा ली है. रिजवी ने हिंदू धर्म ग्रहण करने के बाद इस्लाम को लेकर विवादित बयान दिया है.
जानकारी के अनुसार वसीम रिजवी को आज डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिंम्हानंद गिरी महाराज के सामने हिंदू धर्म का ग्रहण किया है. रिजवी लगातार अपने बयानों से सुर्खियों में रहते हैं. रिजवी ने पिछले दिनों अपना वसीहत भी जारी किया था. वहीं रिजवी अब त्यागी जाति में जाएंगे.
वहीं हिंदू धर्म ग्रहण करने के बाद रिजवी ने इस्लाम को लेकर विवादित बयान दिया है. रिजवी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि इस्लाम एक आतंकी गुट है ना कि कोई धर्म. हिंदू धर्म सबसे पुराना धर्म है और इसलिए मैं यहां आया हूं.
#ग़ाज़ियाबाद :वसीम रिजवी त्यागी समाज ग्रहण करेंगे, हिन्दू धर्म मे वापसी के बाद त्यागी जाति में जाएंगे। pic.twitter.com/1siBnUR3FN
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) December 6, 2021
ओवैसी ने कराई थी एफआईआर दर्ज- बता दें कि एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की शिकायत के आधार पर रिजवी और उनके सहयोगियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 153 ए, 295 ए और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. दरअसल, रिजवी ने एक पुस्तक लिखी है, जिसमें एक विशेष धर्म के इश्वर पर टिप्पणी की थी.
बाबरी विध्वंस की बरसी पर प्रशासन अलर्ट– इधर, बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर प्रशासन अलर्ट पर है. मथुरा, काशी और अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है. वहीं पूरे प्रदेश में हाई-अलर्ट जारी किया गया है. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशान्त कुमार ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था पर निगरानी है, प्रदेश में किसी भी तरह के अनुष्ठान की इजाजत नहीं दी जाएगी.
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