यूपी के बस्ती तहसील में तैनात महिला नायब तहसीलदार से हुई दुष्कर्म की कोशिश मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. सोमवार को डीएम ने शासन को एक रिपोर्ट भेजी है. इसमें कहा गया है कि नायब तहसीलदार और राजस्व अधिकारी के बीच गहरी दोस्ती थी. यही नहीं, दोनों की वॉट्सऐप पर चैटिंग भी होती थी. घटना वाली रात को एक अनजान व्यक्ति तहसीलदार के घर पर मौजूद था. इसी दौरान पीछे के दरवाजे से आरोपी अधिकारी उनके घर में घुसा था. पूछताछ में राजस्व अधिकारी ने बताया कि महिला नायब तहसीलदार के घर में झगड़ा हो रहा था. मैं उनकी मदद करने के लिए गया था. उधर, मंगलवार को शासन को आरोपी राजस्व अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है. वहीं आरोपी नायब तहसीलदार के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया है. कोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया है कि इन्हें गिरफ्तार करके कोर्ट के समक्ष पेश करें.
गौरतलब है कि महिला नायब तहसीलदार सदर तहसील में तैनात हैं. 25 साल की अविवाहित महिला नायब तहसीलदार ने 17 नवंबर को आरोप लगाया था कि राजस्व अधिकारी ने उनके सरकारी आवास में घुसकर उनके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की. नाकाम होने पर उन्हें जमीन पर गिराकर पीटा गया. विरोध करने पर उनके कपड़े फाड़े गए. महिला नायब तहसीलदार किसी तरह भागकर तख्त के नीचे छिपीं, तो उन्हें वहां से भी घसीट लिया. इसके बाद उनकी गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की गई. किसी तरह जान बचाकर महिला नायब तहसीलदार बाहर भागीं. इसके बाद खुद को कमरे में बंद कर लिया. पुलिस ने महिला नायब तहसीलदार का मेडिकल कराने के बाद आरोपी अधिकारी पर केस दर्ज कर लिया.
इस मामले की जांच के लिए विशाखा कमेटी गठित की गई. जांच के बाद कमेटी ने 20 नंबर को रिपोर्ट डीएम को सौंपी. इसमें कहा- महिला नायब तहसीलदार और आरोपी राजस्व अधिकारी घनश्याम शुक्ला सदर तहसील में तैनात हैं. दोनों का सरकारी आवास तहसील परिसर में अगल-बगल है. दोनों घर में अकेले रहते हैं. 11 नवंबर की शाम को दोनों छोटी दिवाली शुभकामना देने अन्य अधिकारियों के पास गए थे. अफसरों से मिलने के बाद वापस आ रहे थे. इसी बीच पीड़िता ने आरोपी से कहा कि सीओ सदर ने पटाखा की दुकानों की चेकिंग के लिए कहा है. हम साथ में जांच करने चलते हैं. इसके बाद दोनों पटाखा की दुकानों को चेक करने के लिए चल दिए. इसके बाद दोनों ने रात में बाहर ही रेस्टोरेंट में खाना खाया. फिर रात करीब साढ़े 10 बजे अपने-अपने आवास पर आए.
इसके बाद दोनों ने वॉट्सऐप पर बातचीत की. रात 11 बजे पीड़िता के मोबाइल से घनश्याम ने कई बार वॉट्सऐप पर कॉल किया. मगर, उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की. कुछ देर बाद किसी मेल (पुरुष) ने महिला नायब तहसीलदार की मोबाइल से आरोपी को फोन किया. इस दौरान दोनों में कहासुनी हुई. इसके बाद दोनों में गाली-गलौज शुरू हो गई. कुछ देर बाद घनश्याम शुक्ला ने पीड़िता के वॉट्सऐप पर मैसेज भेजा. उसमें लिखा कि मैंने आपको फोन किया था. मगर, आपका फोन नहीं उठा. कुछ देर बाद एक व्यक्ति का फोन आपके मोबाइल से आया. उसने कहा कि आप उसकी खास हैं.
आरोपी घनश्याम शुक्ला ने बताया कि इसके बाद मैं महिला नायब तहसीलदार के आवास में पीछे के दरवाजे अंदर गया. अंदर किसी व्यक्ति और पीड़िता के लड़ाई करने की आवाज आ रही है. यह सुनकर आरोपी ने मैम-मैम की आवाज लगाई. पूछा कि आप ठीक हैं. मेरी आवाज सुनकर अनजान व्यक्ति भाग गया. मगर उसकी चप्पल महिला नायब तहसीलदार के घर में ही छूट गई. इससे पहले भी बलरामपुर के रहने वाला व्यक्ति ने उसे फोन कर गाली-गलौज कर चुका है. उसने कहा था कि तुम महिला नायब तहसीलदार से दूर रहो. रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़िता को चोट कैसे आई? वह व्यक्ति जो पीड़िता के घर पर था, वह कौन था? किस व्यक्ति ने फोन करके धमकी दी? इन सभी तथ्यों के संबंध में गहराई से जांच की जानी आवश्यक है. इसलिए केस दर्ज कर जांच करना जरूरी है.
Also Read: UP News: मऊ जंक्शन से मुंबई के लिए 22 नवंबर से चलेगी नई ट्रेन, रेलमंत्री वर्चुअली करेंगे उद्घाटन