उत्तर प्रदेश में NIA की टीम द्वारा मंगलवार को ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है. गैंगस्टर नीरज बवाना और लॉरेंस बिश्नोई सहित उसके कई बडे़ गुर्गों के खिलाफ लखनऊ, पीलीभीत, आजमगढ़ और प्रतापगढ़ सहित 70 ठिकानों पर NIA की टीम ने कर्रवाई कर रही है. NIA के सूत्रों के अनुसार राजस्थान, उत्तरप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर में कुल 70 जगहों पर तलाशी ली जा रही है. यह छापेमारी टेरर फंडिंग को लेकर गैंगेस्टर और उनके करीबियों के ठिकानों पर हुई है. इसके साथ ही हथियार सप्लायर और ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़े लोगों के ठिकानों पर रेड जारी है.
उत्तर प्रदेश के कई शहरों में NIA की छापेमारी जारी है. आजमगढ़ और अयोध्या में भी जांच चल रही है. NIA टीम की पूछताछ में गैंगस्टरों के दूसरे देशों में संपर्क होने की बात सामने आई थी. पीलीभीत में दिलभाग सिंह नाम के एक व्यक्ति के ठिकानों पर छापेमारी की गयी है. यहां पर सुबह पांच बजे ही NIA की टीम पहुंच गयी थी. वहीं प्रतापगढ़ में भी NIA की टीम द्वारा छापेमारी की गयी है. प्रतापगढ़ में NIA की टीम बीती रात नगर कोतवाली इलाके में पहुंची थी. हालांकि, बताया जा रहा है कि NIA की टीम गलत एड्रेस पर पहुंच गयी थी, इसलिए टीम को वापस लौटना पड़ा. NIA की टीम ने गैंगस्टर सिंडिकेट के खिलाफ देशभर में एक साथ कार्रवाई शुरू कर दी है.
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मंगलवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सात राज्यों के 70 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है. जानकारी के अनुसार, टेरर फंडिंग और गैंगस्टर ऐक्ट के आरोपियों के करीबियों के ठिकानों पर यह कार्रवाई की जा रही है. वहीं 6 गैंगस्टरों से पूछताछ के बाद जिन लोगों के नाम सामने आए थे, उनके ही ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. आजमगढ़ जिले में नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी NIA ने डेरा डाल दिया है. NIA की यह सक्रियता हाल ही में पीएफआई को लेकर पूरे देश में हुई छापेमारी के बाद मिलें लिंकेज के आधार पर बढ़ी है. इससे एक माह पूर्व भी जिले में गुपचुप तरीके से छापेमारी की गयी थी. आजमगढ़ के बिलरियागंज, मुबारकपुर और सरायमीर जैसे इलाके खाड़ी देशों के संपर्क में होने की बात बतायी जा रही है.