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मेष राशि में बनेगा पितृदोष और चंडाल योग, गुरु-राहु की युति इनके लिए कष्टकारी, जानें 12 राशियों का हाल

Grah Dosh: बृहस्पति इस समय मीन राशि में विराजमान है. अभी तक अपने घर में बैठे थे, लेकिन 22 अप्रैल 2023 को अपने मित्र की राशि मेष में गोचर करेंगे. मेष राशि में पहले से ही राहु विराजमान है. वहीं सूर्य पहले से मेष राशि में बैठे है.

Grah Dosh: अप्रैल माह में पितृदोष और चंडाल योग बनने जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बृहस्पति का राशि राशि परिवर्तन से मानव जीवन पर परिवर्तन होगा. इसके साथ ही वायुमंडल में काफी बदलाव दिखाई देगा. बृहस्पति को देव गुरु कहा जाता है. इनका शुभ होना बहुत जरुरी होता है. इनका अशुभ होना मानव जीवन पर काफी नुकसान होता है. वैदिक ज्योतिष में इनको अंगिरा गोत्र और सिन्धु देश का स्वामी कहा जाता है. भगौलिक दृष्टि से सूर्य के बाद सबसे बड़ा ग्रह गुरु को ही माना जाता है. इनका कृपा बन जाये तो जातक न्याय प्रिये , गुणवान, स्वस्छता, प्रेमी, आशावादी, सलाहकार, कोर्ट-कचहरी, पुजारी, न्यायधिश, प्रशासन, शिक्षक, वैज्ञानिक, लेखक, यह शारीर के पीठ, कुल्हे,पैर पर नियंत्रण करता है. जन्मकुंडली में यह पंचम भाव के स्वामी होते है. इस समय बृहस्पति मीन राशि में विराजमान है. अभी तक अपने घर में बैठे थे, लेकिन 22 अप्रैल 2023 को अपने मित्र की राशि मेष में गोचर करेंगे.

जानें किस राशि में बैठे है सूर्य-मंगल और राहु

मेष राशि में पहले से ही राहु विराजमान है. वहीं सूर्य पहले से मेष राशि में बैठे है. इन तीनों प्रचंड ग्रहों का युति बहुत ही कष्टकारी रहेगा. मेष राशि के स्वामी मंगल है. राहु सूर्य मंगल की युति एक तरफ पितृदोष तो दूसरी तरफ चंडाल दोष बन रहा है. बृहस्पति का राहु के साथ बैठना बहुत बड़ी घटना की संकेत है. भारतीय ज्योतिष में राहु एक छाया ग्रह है. वहीं गुरु देव गुरु है. दोनों को एक साथ एक ही राशि में बैठने से चंडाल दोष का प्रभाव बनता है. यह प्रभाव विशेषकर राहु के परिवर्तन के बाद कम होगा. गुरु पुनः 04 सितंबर को अस्त होंगे. उसके बाद राहत मिलेगा. कुंडली में गुरु जिस घर में विराजमान होता है उसके लिए कष्टकारी होता. जिस घर में उनका दृष्टि बनता है. वह घर बेहतर हो जाता है. इस गोचर से कुंडली के सभी राशि को परेशानी होने वाला है. गृह कलेश और दाम्पत्य जीवन में परेशानी होगी. इस समय को आसानी से निकल जाने का प्रयास करें. अगर जरुरत नहीं हो उस काम को रोक कर रखे. नये वाहन का खरीदारी नहीं करें.

जानें चंद्र कुण्डली के बारह राशियों का हाल

मेष राशि- इस राशि वाले को स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा. शिक्षा ठीक रहेगा. संतान का सुख मिलेगा. दाम्पत्य जीवन खुशहाल रहेगा. पत्नी का सुख मिलेगा. भाग्य साथ देगा धार्मिक यात्रा होगा. प्रेम संबंध के लिए उतम रहेगा.

वृषभ राशि– खर्च बढ़ जायेंगे. स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा. नौकरी को लेकर विदेश यात्रा होगी. कुटुम्ब का सुख में कमी रहेगा. मकान -वाहन का सुख मिलेगा. पुराना कर्ज खत्म होगा. लीवर सम्बंधित समस्या होगी. मामा का सुख मिलेगा.

मिथुन राशि- आय में उतार -चड़ाव बनेगा. दामाद तथा बहु के सुख में कमी करेगा. भाई बहनों का सुख मिलेगा. शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर लाभ मिलेगा. संतान का सुख मिलेगा. पत्नी का प्यार खूब मिलेगा.

कर्क राशि- इस राशि वाले के लिए बेहतर नहीं रहेगा. व्यापार में उतार -चढ़ाव बना रहेगा. धन का लाभ होगा. कुटुम्ब का सुख मिलेगा. मकान, वाहन तथा माता का सुख मिलेगा. स्वास्थ्य ठीक रहेगा. पेट सम्बंधित समस्या बनेगा. पारिवारिक सुख मिलेगा.

सिह राशि – धार्मिक यात्रा बनेगी. धर्म के कार्य में खर्च होंगे. स्वास्थ्य उतम रहेगा भाई -भनी का पूरा सहयोग मिलेगा. संतान का सुख मिलेगा साथ में जो लोग प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे है, उनको सफलता मिलेगी. अचानक भाग्य का उदय होगा.

कन्या राशि- इस राशि को मिलाजुला फल मिलेगा. दम्पत्य्ब जीवन कष्कारी रहेगा. निवेश सोच समझ कर करें. घर में अनुष्ठान होंगे धार्मिक यात्रा बनेगा. स्वास्थ्य को ख़राब रखेगा. कुटुम्ब का सुख मिलेगा. भौतिक सुख प्राप्त होगा. सरकारी विभाग से सावधान रहने की जरुरत है.

तुला राशि- आयु ठीक बना रहेगा. विवाह में देर होगा. पत्नी के स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा. आय के स्त्रोत ठीक रहेगा. व्यापार में समस्या बनेगा. भाई बहनों का सुख मिलेगा.

वृश्चिक राशि- इस राशि को सचेत रहने की जरुरत है. स्वास्थ में ठीक नहीं रहेगा. पेट सम्बंधित समस्या बनेगा अगर ध्यान नहीं दिए बड़ी बीमारी हो सकता है. माता के स्वस्थ्य ठीक नहीं रहेगा. संतान को लेकर शुभ समाचार मिलेगा. खर्च बढ़ जायेंगे.

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धनु राशि- इन राशि के लोगों को परेशानी बनेगी. जिनके कुंडली में पितृ दोष बना हुआ है. संतान से कष्ट होगा. आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहेगा. विद्यार्थिर्यों के लिए यह समय अनुकूल नहीं है. आपके भाग्य का साथ मिलेगा. नौकरी करने वाले को शुरुआत में लाभ मिलेगा.

मकर राशि- इस राशि वाले को गोचर के शुरुआत में परेशानी बनेगी. माता के स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा. स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा. पेट छाती सम्बंधित समस्या खड़ा करेगा. व्यापार ठीक चलेगा. धार्मिक खर्च होंगे.

कुम्भ राशि- गोचर के समय आपका आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहेगा. इस समय यात्रा से बचे. स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा. कंधे तथा जोड़ों में दर्द बनेगा. दाम्पत्य जीवन खुशहाल रहेगा. जिनका विवाह सम्बंधित समस्या बना हुआ है. वह परिणय सूत्र में बंध जायेंगे. अक्टूबर के बाद अचानक आय के स्त्रोत बढ़ जायेंगे.

मीन राशि – इस राशि के लोगों को आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहेगा. अक्टूबर के बाद परिणाम बेहतर रहेगा. कुटुम्ब के सुख में कमी बनेगा. स्वाथ्य पर ध्यान दें फूड प्वाइजनिंग हो सकता है.व्यापार तथा नौकरी में समस्या अक्टूबर तक बना रहेगा, उसके बाद बेहतर रहेगा.

सचेत रहे…

बृहस्पति के राशि परिवर्तन से कई योग का निर्माण होगा. चंडाल योग, पितृ योग. इस समय गुरु अस्त है. मीन राशि से जब मेष राशि में गोचर करेंगे तो उस समय भी मेष राशि में अस्त ही रहेंगे. पुनः 26 अप्रैल की रात 02 बजकर 04 मिनट पर अस्त से उदय होंगे. इस राशि में सूर्य,राहु ,गुरु की युति बन रही है. जिनके कुंडली में पितृ दोष हो या चंडाल दोष हो इस गोचर के शुरुआत में इस दोष का शांति करा लें लाभ मिलेगा.

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा

ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ

मो. 8080426594/9545290847

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