लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हाथरस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिये जाने के बीच भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराने की मांग की है. साथ ही उन्होने परिवार की सुरक्षा के लिए ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा की मांग की है.
Bhim Army Chief Chandrashekhar Azad meets family of the alleged gangrape victim in #Hathras. He says,"I demand 'Y security' for the family or I'll take them to my house, they aren't safe here. We want an inquiry to be done under the supervision of a retired Supreme Court judge" pic.twitter.com/AHhBF1no5c
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 4, 2020
जानकारी के मुताबिक, भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण रविवार को हाथरस में कथित गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात करने पहुंचे. उन्होंने कहा कि ”मैं परिवार के लिए ‘वाई सुरक्षा’ की मांग करता हूं या मैं उन्हें अपने घर ले जाऊंगा. वे यहां सुरक्षित नहीं हैं. हम चाहते हैं कि एक सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की देखरेख में जांच हो.”
मालूम हो कि इससे पहले उन्होंने यूपी सरकार पर फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार कराने का आरोप लगाया था. साथ ही दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि ”देश में पहली बार पीड़ित परिवार का नार्को टेस्ट होगा. मुझे शक है, कल पीड़ित परिवार को हो दोषी बना देगी सरकार.”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा था कि ”संविधान में हर नागरिक को जीने का अधिकार दिया है, जिसमें आत्मरक्षा का अधिकार शामिल है. हमारी मांग है कि देश में 20 लाख बहुजनों को हथियारों के लाइसेंस तत्काल दिये जाएं. हमें बंदूक और पिस्तौल खरीदने के लिए 50 फीसदी सब्सिडी सरकार दे. हम अपनी रक्षा खुद कर लेंगे.”
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार की शाम को ही हाथरस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिये हैं. इससे पहले घटना की जांच एसआईटी कर रही थी. मामले में चार युवकों को गिरफ्तार किया जा चुका है.