Lucknow News: सूर्यापासना का चार दिवसीय महापर्व शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया. लोगों ने सूर्योदय से पहले नदी, जलस्रोत में स्नान किया. दूसरे दिन शनिवार को खरना होगा. वहीं रविवार को अस्ताचलगामी और सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. इसके साथ महापर्व संपन्न हो जाएगा. इससे पहले गुरुवार को श्रद्धालु दिन भर सामान की खरीदारी में जुटे रहे। इसके अलावा घाटों की सफाई भी की गई. नहाय-खाय के बाइ व्रती घर लौटकर खुद के लिए एक विशेष भोजन तैयार करते हैं, जिसमें चावल, दाल और कद्दू शामिल होते हैं, इस भोजन को सूर्य देव को चढ़ाया जाता है. शनिवार को पूरा दिन व्रत रखेंगे, शाम को खरना में अनेक पकवान खाने के साथ उनका व्रत खुलेगा. इसके बाद ही उनका निर्जला व्रत पुन: शुरू हो जाएगा. सोमवार को उदीयमान सूर्य का अर्घ्य देने तक उनका व्रत जारी रहेगा. छठ पर्व आयोजन समिति की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन व व्रती को किसी तरह की परेशानी न होने देने के बंदोबस्त किए गए हैं. नगर निगम की ओर से भी व्यवस्था की गई है.
राजधानी लखनऊ सहित पूर्वांचल में छठ महापर्व को लेकर घरों से लेकर घाट तक गुलजार हैं. राजधानी में लक्ष्मण मेला स्थल पर बने छठ घाट, झूलेलाल घाट, पुराने शहर में पंचवटी घाट, गऊघाट, कुड़ियाघाट पर सूर्योपासना के लिए लोग जुट हुए हैं. इसके अलावा गोमतीनगर विस्तार में लखनऊ जनकल्याण महासमिति समेत आरडब्ल्यूए ने पूजन की व्यवस्था की है. वहीं मेयर सुषर्मा खर्कवाल ने भी घाटों का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि भोजपुरी समाज के अत्यंत प्रमुख छठ पूजा की धार्मिक परम्परा के अनुसार नदियों एवं नहरों के घाट के किनारे सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा-अर्चना के साथ शुरुआत हो गई है.
सूर्योदय-सूर्यास्त का समय
17 नवंबर 2023
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सूर्योदय: 06:30
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सूर्यास्त: 17:11
18 नवंबर 2023
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सूर्योदय: 06:31
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सूर्यास्त: 17:10
19 नंबर 2023
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सूर्योदय: 06:32
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सूर्यास्त:17:10
20 नवंबर 2023
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सूर्योदय: 06:33
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सूर्यास्त: 17:10
छठ पर्व के मद्देनजर शहर के विभिन्न घाटों पर विगत वर्षा की भांति नगर निगम की ओर से विभिन्न आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की गई हैं. शहर के विभिन्न क्षेत्र जहां छठ पूजा आयोजित की जा रही है, वहां पर घाटों की साफ-सफाई, घाटों की सीढ़ियों आदि की मरम्मत एवं अस्थायी सीढ़ियों की व्यवस्था, कूड़े का उठान, चूने का छिड़काव, सेनिटइजेशन, प्रकाश व्यवस्था आदि की गई है.
छठ पूजा घाट पर आने के लिए अखिल भारतीय भोजपुरी समाज ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निमंत्रण दिया है. समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ने बताया कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री के आने का समय तय होगा. शुक्रवार की शाम से ही सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू हो जाएगी. 100 से अधिक कलाकारों की मौजूदगी नृत्य व गीत की जुगलबंदी से छठ मेला स्थल 20 नवंबर की सुबह तक गुंजायमान रहेगा. इस बार लक्ष्मण मेला स्थल पर गेट के किनारों और खंभों को सुंदर कलाकृतियों से सजाया गया है. पुराने शहर में इस बार लेटे हुए हनुमान मंदिर पंचवटी घाट पर भी छठ पूजा की जा रही है. वहीं ओमगंगे स्नान घाट गऊघाट पर भी छठ का माहौल है. कुड़ियाघाट पर पूजा के लिए व्यवस्था की गई है.
गोमतीनगर विस्तार में मां शारदा मंदिर में कुंड बनाया गया है. लखनऊ जनकल्याण महासमिति के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे और उपाध्यक्ष विवेक शर्मा ने बताया कि अपार्टमेंट में प्लास्टिक वाले टब लेकर कृत्रिम कुंड बनाए गए हैं. ओमेक्स आरटू की आरडब्ल्यूए अध्यक्ष हजारी सिंह ने बताया कि अपार्मेंट की छत पर पूजन के लिए व्यवस्था की गई है.
18 से 20 नवंबर तक ट्रैफिक डायवर्जन
पूजा में सुचारू भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए शुक्रवार की शाम से 20 नवंबर की शाम तक लक्ष्मण मेला पार्क के पास ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा. भारी वाहनों का रास्ता बदल दिया जाएगा और कार्यक्रम के प्रबंधन और भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बल तैनात किया जाएगा.