Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस में चयनित अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में कहा कि आज उत्तर प्रदेश के बारे में लोगों की धारणाएं बदली हैं. जिस क्षेत्र में यूपी ने परसेप्शन को बदलने में सबसे अधिक भूमिका निभाई है, उनमें कानून व्यवस्था बेहद अहम है.
यूपी पुलिस के प्रयासों से बेहतर नतीजे देखने को मिले हैं. उन्होंने कहा कि बीते छह वर्षों की बात करें तो अब यूपी में दंगे नहीं होते. उत्तर प्रदेश के अंदर संगठित अपराध पूरी तरह से समाप्त हो चुका है. उत्तर प्रदेश के अंदर कोई आतंकी घटना नहीं घटित होती है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी के अंदर कई प्रकार के कार्यक्रम आज सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहे हैं. हम लोगों ने बीते वर्ष जब निर्णय किया कि धर्म स्थलों से माइक हटेंगे, तो लोगों को लगता था कि क्या ये संभव है? देखते ही देखते मात्र एक सप्ताह के अंदर 1.20 लाख से अधिक माइक लोगों ने स्वत: धर्म स्थल से उतार लिए. पूरे उत्तर प्रदेश के अंदर कहीं कोई विवाद खड़ा नहीं हुआ.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि क्या पहले यह संभव था? उन्होंने कहा कि लोगों के लिए भले ही ये एक सपना है. लेकिन, उत्तर प्रदेश के लिए हकीकत है. यूपी के आम जनमानस ने यह परिवर्तन भी देखा है. हम लोगों ने तय किया कि सड़कें आवागमन के लिए ही होनी चाहिए. सड़कों पर कोई भी उपासना का कार्य नहीं होगा. आपने देखा होगा कि रामनवमी, ईद, बकरी ईद पर अब ऐसा नहीं होता. आगामी पर्वों में भी ऐसा देखने को मिलेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क पर अगर नमाज नहीं है तो सड़क पर हनुमान चालीसा भी नहीं है. सार्वजनिक स्थल पर कहीं भी कोई कार्य ऐसा नहीं जिससे आम जनमानस को राह चलते हुए दिक्कत का सामना करना पड़े. उत्तर प्रदेश में आज ये सब नजर आ रहा है.
आज यूपी देश के ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भूमिका के साथ सामने आया है. अब लोगों को लगता है कि उत्तर प्रदेश ने कर लिया तो अन्य राज्यों को भी इसी तर्ज पर आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज जिन सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए हैं, इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं. पुलिस बल में इनकी अच्छी भूमिका हो सकती है.
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) की ओर से मिनिस्ट्रियल कैडर के तहत उपनिरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षकों और खेल कोटा के तहत चयनित आरक्षियों सहित कुल 1377 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए. इनमें 217 उपनिरीक्षक (गोपनीय), 587 सहायक उपनिरीक्षक (लिपिक), 344 सहायक उपनिरीक्षक (लेखा) तथा खेल कोटा के तहत 229 आरक्षी शामिल हैं.