Lucknow News: उत्तर प्रदेश सरकार में डिप्टी चीफ मिनिस्टर केशव मौर्य ने कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बीजेपी छोड़ने के बाद एक बयान जारी किया है. उन्होंने कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है, मैं नहीं जानता हूं, उनसे अपील है कि बैठकर बात करें, जल्दबाजी में लिये हुये फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं.
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्या के इस्तीफे की अटकलें लंबे समय से लगाई जा रही थीं. यह भी तय माना जा रहा था कि वह समाजवादी पार्टी में जाएंगे. उन्हें सिर्फ आचार संहिता लागू होने का इंतजार था. मामला यहीं नहीं रुका है. उनके साथ भाजपा के कई विधायकों के भी इस्तीफा देने की अटकलें लगाई जा रही थीं. खासतौर से अन्य पिछड़ा वर्ग के विधायक बीजेपी सरकार से नाराज बताए जा रहे हैं.
उनका मानना है कि वह इस चुनाव में अपने समाज को क्या जवाब देंगे? बीजेपी सरकार में पिछड़ा वर्ग की अनदेखी की भी अंदरखाने में चर्चा है. यही कारण है कि इस्तीफा देने वालों में पिछड़ा वर्ग के विधायक अधिक हैं. स्वामी प्रसाद मौर्या ने भी अपने इस्तीफे में गरीबों व पिछड़ा वर्ग के साथ अन्याय होने की बात लिखी है.