Lucknow News: राजधानी लखनऊ सहित पूरे उत्तर प्रदेश में दीपावली का पर्व बेहद उत्साह से मनाया गया. लोगों ने घरों और प्रतिष्ठानों में शुभ मुहूर्त में पूजा अर्चना की और इसके बाद जमकर आतिशबाजी के साथ दिवाली का जश्न मनाया. लखनऊ में विभिन्न स्थानों पर अस्थायी पटाखा मार्केट के साथ इस बार अन्य बाजारों में भी जमकर पटाखों की बिक्री हुई. दीपावली की रात तक लोग पटाखों की खरीद करते नजर आए, इस वजह से देर रात तक आसमान में पटाखों की चमक और शोर सुनाई देता रहा. पटाखा कारोबार से जुड़े लोगों के मुताबिक बीते कुछ वर्षों में इस बार सबसे ज्यादा पटाखों की ब्रिकी हुई. लोगों ने बर्तन, कपड़े, घर के सामान के साथ इस बार पटाखों पर भी जमकर धन लुटाया. इस वजह से इसके बाजारों में भी रौनक नजर आई. अनुमान के मुताबिक लखनऊ में रविवार रात तक 200 करोड़ से ज्यादा के पटाखे का कारोबार हुआ. ये आंकड़ा थोक व्यापार से जुड़ा बताया जा रहा है. शहर में जगह जगह छोटी छोटी दुकानों, गली-मोहल्लों और बाजारों में पटाखों की बिक्री का आंकड़ा भी जोड़ लिया जाए तो ये कहीं ज्यादा होगा. दीपावली पर पटाखों की जमकर बिक्री से कारोबारियों में काफी उत्साह देखने को मिला.
लखनऊ शहर के प्रमुख पटाखा बाजारों चौक, अमीनाबाद, निशातगंज, महानगर, हजरतगंज, आलमबाग, आशियाना, अलीगंज और गोमतीनगर सहित अन्य स्थानों में रविवार रात रौनक बनी रही. इसके अलावा अन्य सामानों की भी लोगों ने खरीद की. लखनऊ आतिशबाजी व्यापार कल्याण समिति के महामंत्री अखिलेश चंद्र गुप्ता के मुताबिक इस बार आवाज वाले पटाखे के साथ ही टिकटॉक, रियो थ्रीडी फैंटेसी फिश, हॉट गर्ल, मिलन के नाम से पटाखे लोगों की पहली पसंद बने रहे. रविवार को रात नौ बजे तक पटाखे का कारोबार लगभग 200 करोड़ के पार रहा. इसके बाद भी पटाखों की बिक्री जा रही.
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पटाखा बाजार में फैंसी पटाखे भी लोगों ने पसंद किए. इसके अलावा तेज आवाज वाले पटाखे का भी क्रेज बच्चों और युवाओं में देखने को मिला. इको फ्रेंडली पटाखों की भी काफी बिक्री हुई. कारोबारी मो. कादिर ने बताया कि स्काई शॉट, सुपर स्टार रॉकेट, पांच रंग छोड़ने वाले अनार, पैराशूट, फ्लावर ग्रीन, ड्रैगन आदि पटाखे भी लोगों ने पसंद किए. ड्रोन पटाखा भी लोगों ने खरीदा. परंपरागत फुलझड़ी, चकरी, अनार, रॉकेट भी लोगों ने खरीदे. इसी तरह लाई-लावा, चीनी से बने खिलौने की बिक्री ने भी रविवार को जोर पकड़ा. दिवाली पर पूजन के लिए लक्ष्मी, गणेश, भगवान शंकर, कुबेर, हनुमान जी, सरस्वती मां की मूर्तियां भी शाम तक बिकती रहीं. वहीं दूसरी ओर मिठाइयों की दुकानों पर भी सुबह से ही लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई.
कॉलोनी, अपार्टमेंट हों या निजी आवास, सभी जगह दीपावली का उत्साह एक सा रहा. लोगों ने शुभ मुहूर्त में विधि-विधान से मां लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश की पूजा की. इसके बाद दीपों से धरा को रोशन किया गया. फिर देर रात तक आतिशबाजी से आसमान गूंजता रहा. रंगीन झालरें समृद्ध भारतीय संस्कृति के उजाले का एहसास कराती नजर आईं.