Kisan Andolan नोएडा : केंद्र सरकार (Central Government) के तीन नये कृषि कानूनों (Farm laws) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे उत्तर प्रदेश के किसानों (Farmers Protest) ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया है. हालांकि धरना जारी रहेगा या नहीं इसका फैसला आज किया जायेगा. किसानों ने चिल्ला बॉर्डर (Chilla Border) को खाली कर दिया है. नोएडा से दिल्ली के बीच आवागमन सामान्य हो गया है. वहीं, सिंघू बॉर्डर (Singhu Border) पर किसान अभी भी जमे हुए हैं. आम लोगों की परेशानी को देखते हुए किसानों ने चिल्ला बॉर्डर को खाली करने का फैसला किया है.
बताया जा रहा है कि किसानों और सरकार के बीच कृषि आयोग के गठन को लेकर सहमति बनी है. रविवार को दोपहर 12 बजे किसान नेता बैठक कर आगे की रणनीति बनायेंगे. वहीं चिल्ला बॉर्डर से पुलिस भी हट गयी है. यह बॉर्डर 12 दिनों के बाद खुला है, जबकि सिंघू बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन आज 18वें दिन भी जारी है. वहां अभी पंजाब और हरियाण के और भी किसान जुटने वाले हैं.
अधिकारियों ने पीटीआई भाषा को जानकारी दी कि नोएडा को दिल्ली से जोड़ने वाले एक मुख्य मार्ग को शनिवार देर रात फिर से खोल दिया गया है. चिल्ला बार्डर पर किसानों के धरना प्रदर्शन के चलते एक दिसंबर से नोएडा-दिल्ली लिंक रोड अवरूद्ध था. नोएडा के उप पुलिस आयुक्त (डीसीपी) राजेश एस ने देर रात बताया, ‘किसान प्रदर्शन स्थल को खाली करने के लिए राजी हो गए और सड़क पूरी तरह से फिर से खुल जायेगी. कुछ प्रदर्शनकारी वहां अभी भी हैं लेकिन वे जल्द ही इसे खाली कर देंगे.’
भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने बताया, ‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आश्वासन के बाद हम लोगों ने चिल्ला बॉर्डर पर चल रहे धरने को समाप्त करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि धरना स्थल पर अखंड रामायण का पाठ हो रहा है और रविवार को उसका समापन हो जायेगा. उसके बाद पूरे मार्ग को खोल दिया जायेगा.
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘किसान हमारे अन्नदाता हैं. उन्हें किसी के बहकावे में आने की जरूरत नहीं है. उन्हें आश्वस्त हो जाना चाहिए कि एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) या मंडी की व्यवस्था खत्म नहीं की जायेगी. विपक्षी दल किसानों के कंधे पर रखकर बंदूक चला रहे हैं.’
Posted By: Amlesh Nandan.