मिर्जापुर / लखनऊ : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में अगले साल होनेवाले विधानसभा चुनाव से पहले मिर्जापुर के साथ-साथ प्रदेशवासियों को बड़ी सौगात दी है. उन्होंने रविवार को मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी कॉरिडोर परियोजना का शिलान्यास और पर्वत शृंखला पर निर्मित रोप-वे परियोजना का लोकार्पण किया. उन्होंने कहा कि कई सालों के संघर्ष के बाद भाजपा सरकार में अयोध्या में रामलला का मंदिर पूरा होने जा रहा है.
उन्होंने कहा कि प्रयागराज के कुंभ जैसी व्यवस्था अपने पूरे जीवन में नहीं देखी. अयोध्या में दीपोत्सव कर योगी सरकार ने परंपराओं को पुनर्जीवित कर लोगों की इच्छा की प्रतिपूर्ति की है. प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना की दोनों लहरों में प्रदेश सरकार ने बेहतर प्रबंधन किया. मुख्यमंत्री के परिश्रम से प्रदेश अब कोरोना मुक्त हो रहा है.
उन्होंने कहा कि अब किसी श्रवण कुमार को अपने बूढ़े मां-बाप को कांवड़ में लाने की जरूरत नहीं होगी, रोप-वे में बिठाकर त्रिकोणीय परिक्रमा पूरी कर सकता है. आज उत्तर प्रदेश मेक इन इंडिया के तहत निवेश की पहली पसंद बनता जा रहा है. करीब 3.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी की बदौलत आयी है.
प्रदेश की कानून व्यवस्था पर उन्होंने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में खुलेआम माफिया घूमते थे. लेकिन, आज कोई माफिया दिखाई नहीं पड़ता. उत्तर प्रदेश को दंगा मुक्त, माफिया मुक्त, भू-माफियाओं से मुक्त करने और प्रदेश की माताओं-बहनों को सुरक्षा देने का काम भाजपा सरकार ने किया है.
साथ ही कहा कि मिर्जापुर, चंदौली और सोनभद्र नक्सलवाद के प्रभाव से पूर्ण रूप से मुक्त हो चुके हैं. उत्तर प्रदेश में 1,574 करोड़ रुपये की माफियाओं की संपत्ति जब्त की गयी है. लूट, डकैती, हत्या जैसी घटनाओं में 28 से 50 प्रतिशत तक की कमी दर्ज की गयी है.
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के साथ काम किया है. आजादी के बाद पहली बार एक गृहमंत्री के रूप में देश की सभी ज्वलंत समस्याओं का समाधान किया है.
साथ ही कहा कि देश की आस्था और आंतरिक सुरक्षा जैसे कई मुद्दों को राजनीतिक स्वार्थों के लिए पिछली सरकारों ने जबरन थोपा था, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने उनका समाधान किया है. आज उत्तर प्रदेश सुरक्षा के माहौल में विकास की एक नयी सोच के साथ आगे बढ़ रहा है.
इससे पहले देश के 51 शक्तिपीठों में से एक आदिशक्ति मां विंध्यवासिनी देवी के भक्तों के लिए गृह मंत्री ने मां विंध्यवासिनी देवी कॉरिडोर का उद्घाटन किया. इसके तहत मंदिर परकोटा और परिक्रमा पथ का निर्माण, सड़क, मुख्य द्वार और पहुंच पथ का सुदृढ़ीकरण और सौन्दर्यीकरण, पार्किंग, शॉपिंग सेंटर का निर्माण होगा.
मां अष्टभुजा मंदिर स्थित 296 मीटर लंबा रोप-वे 47 मीटर ऊंचाई पर और मां कालीखोह मंदिर स्थित 167 मीटर लंबा रोप-वे 37 मीटर ऊंचाई तक ले जाता है. इस परियोजना पर 13.14 करोड़ रुपये लागत आयी है. प्रदेश में पर्यटन के सर्वाधिक संभावनाओं वाले विंध्यधाम में विकास से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.