यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियां इन-दिनों जोरो पर है. ऐसे में देश में कोरोना के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. जिसको देखते हुए चुनाव ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी के सामने कोरोना से खुद को बचाने की भी चुनौती है. तीसरी लहर की शुरुआती में अबतक 500 से अधिक पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. कोरोना पॉजिटिव हुए पुलिस में जिला पुलिस के लगभग 340 कर्मी शामिल हैं. वहीं कई आईपीएस भी कोविड-19 से खुद को बचा नहीं सके हैं.
चुनाव से पहले पुलिस लाइन में यूं कोरोना संक्रमण के बढ़ने से डीजीपी मुकुल गोयल काफी परेशान है. जिसके बाद उन्होंने सभी पुलिसकर्मी को कोरोना गाइडलाइन की पालना करने को कहा है. अबतक 90 पीएसी कर्मी भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं. इनमें जीएरपी, सुरक्षा मुख्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों के अलावा एटीएम और कमांडो भी शामिल है. इसी कड़ी में डीजीपी मुकुल गोयल और अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) प्रशांत कुमार ने बुधवार को कोरोना की सर्तकता (प्रिकाशन) डोज लगवाई. उनके साथ करीब 760 पुलिसकर्मियों को भी सतर्कता डोज लगाई गई.
डीजीपी गोयल ने एएनआई से बात करते हुए कहा, “सभी पुलिस अधिकारियों ने COVID-19 महामारी के दौरान बहुत अच्छा काम किया है. चूंकि वे फ्रंट-लाइन कार्यकर्ताओं की श्रेणी में आते हैं और उनमें से बहुत से आगामी विधानसभा चुनावों के दौरान ड्यूटी पर होंगे, इसलिए उन्हें COVID-19 की इस लहर से बचाने के लिए बूस्टर खुराक दी जा रही है.” गोयल ने लोगों से वायरस के खिलाफ सावधानी बरतने और मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथ की स्वच्छता का पालन करने जैसे COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया.
आपको बता दें कि देश में स्वास्थ्य सेवा, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से ऊपर के लोगों के लिए COVID-19 वैक्सीन की ‘सर्तकता डोज’ 10 जनवरी से लगना शुरू हो गया है. वहीं को-विन प्लेटफॉर्म पर ‘एहतियाती खुराक’ के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुक्रवार (8 जनवरी) से शुरू हुआ. सभी एचसीडब्ल्यू, एफएलडब्ल्यू और 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के नागरिक सह-रुग्णता वाले अपने मौजूदा सह-विन खाते के माध्यम से एहतियाती खुराक के लिए टीकाकरण तक पहुंच सकेंगे.
Posted By Ashish Lata