Lucknow News: देश में लंबी दूरी के सफर में यात्री सबसे ज्यादा रेलवे पर निर्भर होते हैं. उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों और बाहर रहने वाले लोगों की प्रमुख पर्वों के मौके पर घर आने के लिए रेलवे ही पहली पसंद है. ऐसे में कई बार रिजर्वेशन के अभाव में लोग जनरल कोच में सफर करने को मजबूर होते हैं.
इनमें सबसे ज्यादा दिक्कत प्लेटफार्म पर टिकट के लिए लगने वाली लंबी कतार होती है, जिसकी वजह से कई बार यात्रियों की ट्रेन भी छूट जाती है. भारतीय रेलवे ने यात्रियों की इस मुश्किल का समाधान निकाला है. रेलवे के इस कदम से यात्री अपने मोबाइल से कहीं भी एप के जरिए रिजर्वेशन की तर्ज पर जनरल टिकट की बुकिंग कर सकते हैं.
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में यह सुविधा शुरू
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में यह सुविधा हाल ही में शुरू हो गई है, जो बेहद कम समय में काफी लोकप्रिय हो गई है. इस सुविधा को यात्री काफी पसंद कर रहे हैं. सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा के मुताबिक यूटीएस एप की ये सुविधा यात्रियों को काफी पसंद आ रही है. कम समय में ही लोगों के बीच ये सुविधा काफी लोकप्रिय हो गई है.
इसकी वजह से विभिन्न काउंटर पर जनरल टिकट की लंबी कतार अब कम होने लगी है, इससे रेलवे को भी सुविधा मिली है. रेलवे के मुताबिक आने वाले दिनों में इस सुविधा का दायरा बढ़ने पर अन्य जगहों में भी ट्रेन की यात्रा करने के लिए जनरल टिकट की लंबी लाइन से लोगों को पूरी तरह निजात मिल जाएगी.
वर्तमान में उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में यात्री रिजर्वेशन की तर्ज पर जनरल टिकट मोबाइल फोन के एप पर खरीद रहे हैं. एप पर बने जनरल टिकट से पेपरलेस यात्रा का भी लाभ मिल रहा है. दरअसल रेलवे ने अनारक्षित टिकट प्रणाली (यूटीएस) को अब स्मार्ट मोबाइल फोन पर यूटीएस एप्लीकेशन से जोड़ दिया है.
प्ले स्टोर के जरिए यूटीएस अनारक्षित टिकटिंग एप्लीकेशन को डाउनलोड किया जा सकता है. एप्लीकेशन में लॉग-इन के लिए सबसे पहले रेल यात्री को अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा. रजिस्ट्रेशन के समय अपना मोबाइल नंबर, नाम, इस एप्लीकेशन को इस्तेमाल करने और इसकी सुरक्षा के लिए पासवर्ड, जेंडर, जन्म तिथि जैसी डिटेल को भरना होगा.
इसके बाद दर्ज किए गए मोबाइल नंबर पर रेलवे की ओर से एक ओटीपी भेजा जाएगा. ओटीपी से ही एप्लीकेशन को लॉग-इन किया जा सकेगा. एप्लीकेशन के इस्तेमाल के लिए पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस जैसे अन्य अहम आईडी कार्ड की सही जानकारी भी देना अनिवार्य है.
रेलवे के मुताबिक टिकट बुकिंग के बाद यात्रा के दो विकल्प होंगे. इनमें पेपरलेस टिकट यूटीएस एप्लीकेशन में सुरक्षित रहेगा और यात्रा के दौरान इसका प्रिंट अनिवार्य नहीं है. खास बात है कि यह अनारक्षित पेपर लेस टिकट निरस्त नहीं होगा. वहीं दूसरे विकल्प में बुक हुए टिकट का प्रिंट यात्रा आरंभ करने वाले स्टेशन के बुकिंग काउंटर और एटीवीएम से लेना होगा. इन टिकटों का निरस्तीकरण रेलवे के टिकट काउंटर पर कराया जा सकेगा.
रेलवे के मुताबिक जनरल टिकट को बुक करने के लिए सबसे पहले यूटीएस एप्लीकेशन से यात्रा आरंभ करने वाले स्टेशन और गंतव्य स्टेशन की जानकारी दर्ज करें. इसके बाद अपने मोबाइल स्क्रीन पर प्रदर्शित यात्रा के मार्ग का चयन करें. खास बात है कि टिकट को न्यूनतम एक और अधिकतम चार यात्रियों के लिए ही बुक कराया जा सकता है. इनमें बच्चे भी शामिल हैं. इससे ज्यादा यात्री होने पर नया टिकट कराना होगा. वहीं टिकट बुक करते समय मेल एक्सप्रेस, सुपरफास्ट ट्रेन की श्रेणी का चयन करना जरूरी है.
रेलवे के मुताबिक एप्लीकेशन यात्री किराये के साथ-साथ यात्रा टिकट को बुक करने से पहले यात्रा आरंभ वाले स्टेशन से गंतव्य स्टेशन के लिए अगले दो से चार घंटे में ट्रेन की उपलब्धता के साथ-साथ गाड़ी की वास्तविक यात्रा स्थिति का विवरण भी बताएगा.
रेल यात्री टिकट का भुगतान आर-वॉलेट को रीचार्ज करके या अन्य भुगतान विधि जैसे नेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, यूपीआई के जरिए भी कर सकते हैं. एप्लीकेशन में सामान्य बुकिंग टिकट, जल्द बुकिंग टिकट, प्लेटफार्म टिकट बुकिंग, सीजन टिकट बुकिंग, क्यूआर कोड जैसे विकल्प भी होंगे.