Lucknow: रेलवे लोगों को मंजिल तक पहुंचाने का अहम जरिया है. लंबी दूरी के सफर के लिए यात्री सबसे ज्यादा रेलवे पर ही निर्भर होते हैं. वहीं पर्व, छुट्टियों, मेलों आदि खास मौकों पर ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में कई गुना ज्यादा इजाफा हो जाता है.
ऐसे में लोग टिकट के लिए मारामारी से बचने के लिए पहले से ही टिकट बुक करना ज्यादा बेहतर समझते हैं. हालांकि इस बार दिवाली के मौके पर उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि ट्रेनों में अभी से कंफर्म टिकट मिलना मश्किल हो रहा है और वेटिंग सूची लंबी होती जा रही है.
दिवाली के मौके पर प्रयागराज आने के लिए न तो दिल्ली और न ही मुंबई से कंफर्म टिकट मिल रहा है. 9, 10 व 11 नवंबर को ट्रेनें सर्च करने पर प्रतीक्षा सूची ही नजर आ रही है. इस अवधि में कंफर्म बर्थ उपलब्ध नहीं है. इस बार दिवाली रविवार 12 नवंबर को है. मुंबई रूट की बात करें, तो वहां से आने वाली सभी प्रमुख ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची के बाद अब नो रूम हो गया है.
Also Read: यूपी के 31 जनपदों में सूखे की आहट, अब तक बेहद कम हुई बारिश, पश्चिमी यूपी में नदियों के जलस्तर ने मचाई तबाही
पर्व के पूर्व मुंबई और पुणे से आने वाली ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची है. सप्ताह में दो दिन चलने वाली मुंबई-प्रयागराज दुरंतो की बात करें, तो इसके थर्ड एसी में दस नवंबर को प्रतीक्षा सूची 157 पर पहुंच गई है. एसी टू में 70 और एसी फर्स्ट में प्रतीक्षा सूची 15 तक पहुंच गई है.
यह हाल तब है जब दुरंतो के फर्स्ट एसी का किराया 4940 रुपये है. नौ से 11 नवंबर की अवधि में चलने वाली कोलकाता-मुंबई मेल, काशी एक्सप्रेस, महानगरी एक्सप्रेस, कामायनी एक्सप्रेस आदि ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची के साथ नो रूम हो गया है. पुणे से आने वाली पाटलिपुत्र के स्लीपर और थर्ड एसी श्रेणी में भी नौ से 11 नवंबर तक नो रूम ही है.
दिवाली के अवसर पर देश की राजधानी दिल्ली से आने वाली प्रयागराज एक्सप्रेस, रीवा, शिवगंगा के साथ राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों में भी अभी से ही प्रतीक्षा सूची हो गई है. प्रयागराज एक्सप्रेस में सर्वाधिक भीड़ दस और 11 नवंबर को है. दस नवंबर को स्लीपर में 71 तो 11 नवंबर को प्रतीक्षा सूची 55 पर पहुंच गई है. नई दिल्ली से आने वाली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस में प्रयागराज जंक्शन के लिए नौ से 11 नवंबर तक स्लीपर और थर्ड एसी में नो रूम है. इसी तरह पटना राजधानी, हावड़ा राजधानी, रांची गरीब रथ आदि ट्रेनें भी फुल हो गई हैं.
मुंबई की तरह दक्षिण भारत के बंगलूरू से आने वाली संघमित्रा एक्सप्रेस के स्लीपर में नौ से 11 नवंबर को क्रमश: 229, 245 और 159 पर प्रतीक्षा सूची पहुंच गई है. इसके थर्ड एसी में भी उक्त तिथि में 196, 197 व 106 तक प्रतीक्षा सूची हो गई है. चेन्नई से आने वाली रामेश्वरम एक्सप्रेस में नौ नवंबर को स्लीपर में 55, एसी थ्री में 30, बागमती एक्सप्रेस में दस को स्लीपर में 137 और थर्ड एसी में नो रूम हो गया है.
उधर एनसीआर के वरिष्ठ मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय के मुताबिक दिवाली के अवसर पर भीड़ के मुताबिक रेलवे की ओर से स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. एनसीआर समेत तमाम जोनल रेलवे की ओर से इस बार भी स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी. ऐसे में लोगों को राहत मिल सकती है.
9 नवंबर – 10 नवंबर – 11 नवंबर की स्थिति
-
12418 प्रयागराज एक्सप्रेस- आरएसी – 71 – 55
-
12560 शिवगंगा एक्सप्रेस- 13 – 50 – 46
-
15017 काशी एक्सप्रेस- 97 – नो रूम – नो रूम
-
22177 महानगरी एक्सप्रेस – 201 – 257 – 338
-
11059 पवन एक्सप्रेस- नो रूम – नो रूम – नो रूम
-
12149 पुणे-पाटलिपुत्र- नो रूम – नो रूम – 70
-
11071 कामायनी एक्सप्रेस- 92 – 127 – 103
-
12802 पुरुषोत्तम एक्सप्रेस- नो रूम – नो रूम – नो रूम
-
12295 संघमित्रा एक्सप्रेस- 229 – 245 – 159
-
12398 महाबोधि एक्सप्रेस- 32- 57 – 70
इस बीच गोरखपुर से चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों के यात्री कंबल की धुलाई की जानकारी हासिल कर सकेंगे. इसके लिए गोरखपुर मैकेनाइज्ड लाउंड्री से निकलने वाले बेडरोल के पैकेट पर क्यूआर कोड के स्टीकर चस्पा कर दिए गए हैं. मोबाइल फोन से क्यूआर कोड को स्कैन करते ही धुलाई की पूरी जानकारी सामने आ जाएगी.
मैकेनाइज्ड लाउंड्री में बेडरोल की धुलाई प्रक्रिया को बेहतर करने के उद्देश्य से तीन नई हाईटेक वाशर एक्सट्रैक्टर मशीन तथा एक कैलेंडरिंग मशीन लगाई गई है. मशीन की क्षमता नौ टन से बढ़ाकर 16.7 टन प्रतिदिन कर दी गई है. इसकी वजह से हर दिन 20 हजार बेडरोल के पैकेट तैयार होने लगे हैं, जिनका इस्तेमाल गोरखधाम, गोरखपुर-एलटीटी और हमसफर एक्सप्रेस में किया जा रहा है.
पूर्वोत्तर रेलवे रूट की बात करें तो लखनऊ मंडल की चलने वाली 38 ट्रेनों में बेडरोल आपूर्ति की नई व्यवस्था शुरू की गई है. प्लेटफार्म से लिनेन को उठाने एवं ट्रेनों में पहुंचाने के लिए ई-कार्ट की व्यवस्था की गई है. इसके लिए कोच अटेंडेंड की ड्रेस भी अलग कर दी गई है. सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि मैकेनाइज्ड लाउंड्री को आधुनिक कर दिया गया है. यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए बेडरोल के पैकेट पर क्यूआर कोड भी चस्पा कर दिए गए हैं.