लखनऊ. यूपी की राजधानी लखनऊ कोर्ट परिसर में कुख्यात संजीव जीवा को गोलियों से छलनी करने वाला शूटर विजय ने एसआईटी और विवेचक की पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है. शूटर विजय यादव ने बताया है कि कैसरबाग बस अड्डे पर उतरा था. उसने वहीं पर टॉइलट में वकील की ड्रेस पहनी. यही पर उसे रिवॉल्वर दी गयी थी. पुलिस टीम ने आरोपी शूटर विजय को लेकर स्थलीय निरीक्षण किया तो उसने यह बात कबूल की. बस अड्डे के सीसीटीवी फुटेज से मिलान में भी इसकी पुष्टि की गयी है. बता दें कि सात जून को लखनऊ कोर्ट परिसर में पेशी पर आए जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. घटना के बाद मौके पर ही गोली मारने वाला शूटर विजय को पुलिस और वकीलों की मदद से पकड़ लिया गया था.
वजीरगंज पुलिस ने विजय को 15 जून की सुबह 11 बजे जेल से रिमांड पर लिया था. तीन दिनों में बस अड्डे पर उतरने, एक शख्स से मिलने, शौचालय में ड्रेस पहनने, जेल में बंद अतीफ का बदला लेने के लिए उसके भाई अशरफ से काठमांडू में जीवा के हत्या की सुपारी लेने के अलावा कुछ खास नहीं बताया. वह तीनों दिन पुराने बयान को दोहराता रहा. वह यह नहीं बता सका कि किसने असलम को उसके पास भेजा और हत्या का मास्टरमाइंड कोन है.
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संजीव जीवा हत्याकांड की विवेचना और एडीजी मोहित अग्रवाल कीअध्यक्षता में गठित एसआइटी की निगरानी में होगी. अभी तक यह विवेचना लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस के जेसीपी लॉ एंड आर्डर उपेंद्र अग्रवाल की निगरानी में चल रही थी. एसआईटी की समय सीमा सात दिन और बढ़ा दी गयी है. पहले एसआईटी को सात दिन में जांच रिपोर्ट देने को कहा गया था. लेकिन अब एसआईटी को जांच के साथ निगरानी भी करनी है. इसलिए उसकी समय सीमा बढ़ा दी गयी है.