Lucknow : उमेश पाल शूटआउट केस में यूपी एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है. माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम अहमद को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया है. यूपी एसटीएफ ने यह कार्रवाई झांसी में की है. झांसी में डीएसपी नवेंदु और डीएसपी विमल के नेतृत्व में यूपीएसटीएफ की टीम के ने ये कार्रवाई की है. यूपी पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने एनकाउंटर की पुष्टि करते हुए बताया कि माफिया एवं पूर्व सांसद अतीक अहमद का बेटा असद और शूटर गुलाम आज गुरूवार को झांसी में उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में मारे गए.
आपको बता दें कि जिस यूपी एसटीएफ की टीम ने असद और गुलाम को ढेर कर किया है. उस टीम का नेतृत्व एसटीएफ के डीएसपी नवेंदु सिंह और डीएसपी विमल कर रहे थे. जानकारी के मुताबिक आज पुलिस को उनके झांसी में होने की भनक लगी तब झांसी में यूपी एसटीएफ ने उमका पीछा किया. इस दौरान असद और गुलाम को सरेंडर करने के लिए कहा गया था, लेकिन असद और गुलाम ने एसटीएफ की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी. इस दौरान यूपी STF ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दोनों को मार गिराया. उमेश पाल हत्याकांड में वांछित असद और गुलाम पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था. उनके पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए. गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल की हत्या के मामले के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड की इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड को असद लीड कर रहा था. पुलिस उसे पिछले डेढ़ महीने से खोज रही थी, लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर फरार था.
साल 2018 में नवेंदु सिंह को स्पेशल टास्क फ़ोर्स में शामिल किया गया था. इस समय वे STF में DSP के पद पर तैनात हैं. नवेंदु सिंह को कुछ वर्ष पहले एक डकैत से हुए एनकाउंटर में उनके हाथ और गर्दन में गोली लगी थी. दो ईनामी बदमाशों को नवेंदु सिंह ने पिछले साल मार गिराया था. उनकी इस वीरता के लिए उन्हें साल 2008 में राष्ट्रपति वीरता पदक, 2014 में राष्ट्रीय पराक्रम पदक से नवाजा जा चुका है. नवेंदु को उनकी वीरता के लिए साल 2022 में भी स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
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