लखीमपुर हिंसा के बाद आज पहली बार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी लखनऊ तलब किए गए हैं. यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने उन्हें लखनऊ तलब किया है. वहीं मंत्री के लखनऊ से बुलावा आने के बाद सियासी गलियारों में इस्तीफे की चर्चा तेज हो गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को लखनऊ बुलाया है. टेनी अभी अपने गृह क्षेत्र लखीमपुर खीरी में हैं. इधर, टेनी के लखनऊ तलब के बाद से इस्तीफे को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. चर्चा है कि आलाकमान उनसे इस्तीफा देने के लिए कह सकता है.
संयुक्त किसान मोर्चा ने दे रखी है डेडलाइन- इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) ने कहा कि अगर 11 अक्टूबर तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का इस्तीफा नहीं हुआ, तो आंदोलन चलाया जाएगा. एसकेएम ने कहा, ‘अजय मिश्रा केंद्र सरकार के मंत्री पद पर हैं, इसलिए स्पष्ट रूप से न्याय के साथ समझौता हो रहा है.’
मोर्चा ने आगे कहा कि एसकेएम भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार को चेतावनी देता है कि उसके द्वारा दी गयी 11 अक्टूबर की समयसीमा समाप्त होने वाली है. लखीमपुर कांड में सभी दोषियों की गिरफ्तारी के साथ अजय मिश्रा की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी का इंतजार है. बता दें कि किसान और सरकार के बीच घटना के बाद समझौता हुआ था, जिसमें परिजनों को मुआवजा राशि देने सहित कई मुद्दों पर सहमति बनी थी.
इधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व कांग्रेस कार्यकर्ता गृह राज्य मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर यूपी में मौन व्रत पर हैं. प्रियंका गांधी ने रविवार को वाराणसी में ऐलान किया था कि जब तक मंत्री का इस्तीफा नहीं होगा, तब तक लड़ाई जारी रहेगी.