लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में एक 18 वर्षीय लड़की को कथित तौर पर एक मगरमच्छ द्वारा नहर के अंदर खींचे जाने के बाद उसका कोई पता नहीं चल पाया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. यह घटना पडुआ थाना क्षेत्र के दुलाईपुरवा गांव में मंगलवार शाम को हुई जब लड़की अपने मवेशियों को चरा रही थी. करीब 20 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के बावजूद वन विभाग और पुलिस उस लड़की के शव का पता नहीं लगा सकी, जिसकी पहचान कामिनी विश्वकर्मा के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि वह किसान जयपाल विश्वकर्मा की इकलौती बेटी थी.
कामिनी के दोस्तों में से एक ने घटना को याद करते हुए, कहा, “हम पास के मैदान में खेल रहे थे जब कामिनी अपने पैर धोने के लिए शारदा नहर की ओर बढ़ी” मौके पर पहुंचे वन अधिकारियों ने कहा कि संभवतः मानसून के मौसम में शारदा नदी के उफान के कारण नहर एक बड़े मगर मगरमच्छ का अस्थायी घर बन गई है.
पडुआ पुलिस स्टेशन के एसएचओ हनुमंत लाल तिवारी ने पत्रकारों को बताया, “अब उसके जीवित होने की कोई संभावना नहीं है क्योंकि जब वह नहर के पास अपने पैर धो रही थी तो लोगों ने मगरमच्छ को झपटते और उसे पानी में खींचते हुए देखा. यह अचानक हुआ, और वह मगरमच्छ से मुक्त होने के लिए असमर्थ थी. हमने स्थानीय लोगों को दृढ़ता से सलाह दी है कि वे नहर से तब तक बचें जब तक कि मगरमच्छ या तो क्षेत्र छोड़ न दे या वन विभाग द्वारा सफलतापूर्वक बचा न लिया जाए.”