Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी हिंसा में आरोपी अंकित दास को गिरफ्तार कर लिया है. अंकित को 22 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. उसने एसआईटी के सामने आज आत्मसमर्पण किया था. लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में पुलिस अंकित दास की तलाश कर रही थी. रविवार को भी लखनऊ के पुराना किला मोहल्ले में एसआईटी ने अंकित दास के घर पर दबिश दी थी. लेकिन, उसका पता नहीं चला था. इसी बीच अंकित दास ने कोर्ट के सामने सरेंडर करने की इच्छा जाहिर की थी. एसआईटी लगातार अंकित दास को तलाश रही थी. अब, उसने भी सरेंडर कर दिया है.
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में अंकित दास को 22 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 13, 2021
बताया जाता है कि वकीलों के साथ अंकित दास सरेंडर करने के लिए पहुंचा था. उसके साथ गनर लतीफ भी मौजूद था. पुलिस का कहना है कि लखीमपुर खीरी हिंसा में शामिल फॉर्च्यूनर अंकित दास की थी. लखीमपुर खीरी हिंसा में तीन गाड़ियों के शामिल होने की बात कही गई थी. इसमें थार गाड़ी के अलावा फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो थे. थार से चार किसानों को कुचलने के बाद वहां मौजूद लोगों की भीड़ आक्रोशित हो गई थी. भीड़ ने थार और फॉर्च्यूनर को आग लगा दिया था. स्कॉर्पियो चालक फरार हो गया था.
लखीमपुर हिंसा में आरोपी अंकित दास, कांग्रेस के पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजे हैं. अखिलेश दास उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते थे. समय गुजरने के बाद उन्होंने बसपा का दामन थाम लिया था. मनमोहन सिंह सरकार में अखिलेश दास ने इस्पात राज्यमंत्री के पद पर काम किया था. अखिलेश दास का अप्रैल 2017 में निधन हो गया था. वो यूपी के काफी सीनियर नेता थे.