Lucknow: राजधानी के चौक कोतवाली में खुनखुन जी ज्वैलर्स के उत्कर्ष अग्रवाल से 30 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस छानबीन में जुट गई है. कारोबाी से बेहद शातिर तरीके से रंगदारी मांगी गई है, इसमें व्हाट्सएप कॉल का प्रयोग किया गया, जिससे उसकी रिकार्डिंग नहीं हो सके. वहीं लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का नाम सामने आने के बाद लखनऊ पुलिस मामले को गंभीरता से ले रही है.
पुलिस के मुताबिक जिस मोबाइल नंबर से कॉल की गई है, उसकी पूरी जानकारी मंगायी जा रही है, जिससे फोन करने वाले शख्स का पता चल सके. हालांकि आमतौर पर जांच में ऐसे नंबर के सिम किसी दूसरे के नाम पर लिए गए होते हैं. फिर भी डिटेल के आधार पर जांच की जाएगी. वहीं खुनखुन जी ज्वैलर्स के संचालक को दोबारा फोन आने को लेकर भी सतर्कता बरती जा रही है. कॉल करने वाले शख्स ने अपनी पहचान माफिया लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य के द्वारा बताई है. साथ ही 30 लाख रुपये नहीं देने पर उत्कर्ष को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी गई है.
लखनऊ के चौक निवासी उत्कर्ष अग्रवाल के मुताबिक 21 मार्च को उनके मोबाइल नंबर पर एक अंजान नंबर से व्हाट्सएप कॉल की गई. इसमें कॉल करने वाले ने लॉरेंस बिश्नोई का नाम लिया. पंजाबी गायक सिद्धू मूसे वाला हत्याकांड और फिल्म अभिनेता सलमान खान को धमकाने के कारण लॉरेंस बिश्नोई सुर्खियों में था. उसका नाम सुनते ही उत्कर्ष खौफ में आ गए. वहीं कॉल करने वाले ने सिद्धू मूसे वाले हत्याकांड में शामिल गैंगस्टर गोल्डी बरार का भी नाम लिया.
उत्कर्ष के मुताबिक उनसे 30 लाख रुपये तैयार रखने को कहा गया. फोन करने वाले शख्स ने कहा कि वह दोबारा संपर्क करेगा. रुपये का इंतजाम नहीं होने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी गई. वहीं कारोबारी की तहरीर पर चौक पुलिस मामले दर्ज करने के साथ जांच पड़ताल में जुट गई है. लॉरेंस बिश्नोई के नाम लेने के कारण पुलिस मामले को गंभीरता से ले रही है. सर्विलांस की मदद से पुलिस वाट्सएप नंबर को ट्रेस कर रही है, जिससे अपराधी तक पहुंचा जा सके.