Lucknow: राजधानी लखनऊ में अलाया अपार्टमेंट हादसे में गुरुवार को रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक महिला का शव मिला. यह शव जेसीबी से मलबा हटाने के दौरान मिला. मृतक महिला की पहचान 42 वर्षीय शबाना के रूप में हुई है. वह उन्नाव में शिक्षक थीं. हादसे में अब तक कुल तीन मौतें हो चुकी हैं. मृतकों में सभी महिलाएं हैं.
हजरतगंज में वजीर हसन रोड पर स्थित पांच मंजिला अलाया अपार्टमेंट की इमारत मंगलवार देर शाम भरभराकर ढह गई. इसके बाद तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. मलबा हटाने का काम लगातार जारी है. इसमें कुल 16 लोगों को कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से बाहर निकाला गया, जिसमें दो की मौत हो गई, जबकि आज मलबा हटाने के दौरान एक महिला का शव मिला. दो अन्य मृतकों में समाजवादी पार्टी के नेता अब्बास हैदर की मां और पत्नी शामिल हैं.
हादसे को लेकर तीन लोगों नवाजिश शाहिद, मोहम्मद तारिक और फहद याजदान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. नवाजिश शाहिद को गिरफ्तार किया गया है, अन्य की तलाश जारी है. अलाया अपार्टमेंट को गिराने के लिए साल 2010 में ही आदेश दिया गया था. बताया जा रहा है कि 2 अगस्त 2010 को इस संबंध में आदेश जारी किया गया था. 12 साल से अधिक समय से एलडीए के अधिकारी इस आदेश को दबाए बैठे थे.
वहीं अब इस हादसे के बाद अब आसपास की उन इमारतों को खाली कराया जाएगा, जिसमें दरारें आई हैं. यहां रहने वाले परिवारों को सुरक्षित जगह पर भेजा जाएगा. ये कदम एहतियात के तौर पर उठाने का फैसला किया गया है. इसके लिए नगर निगम और लखनऊ विकास प्राधिकरण संयुक्त अभियान चलाएगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है. तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है. इसमें मंडलायुक्त रोशन जैकब, लखनऊ के ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस पीयूष मोर्डिया और पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर शामिल किए गए हैं. यह कमेटी एक हफ्ते के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. कमेटी हादसे के जिम्मेदार लोगों को चिह्नित करेगी. इसके आधार पर कार्रवाई होगी.