Lucknow News: लोहिया संस्थान ने अपना फैसला वापस ले लिया है. अब किसी भी पत्रकार को संस्थान में कवरेज़ के लिए अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं होगी. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के संज्ञान लेने के बाद लोहिया संस्थान ने अपना फरमान वापस ले लिया है. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने पूरे मामले पर संस्थान से स्पष्टीकरण मांगा था. चिकित्सा संस्थान ने सोमवार रात को जारी किये गए पत्र में कहा था कि मीडिया कर्मियों को संस्थान में कवरेज़ के लिए अनुमति की आवश्यकता होगी.
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि मैंने निदेशक लखनऊ मीडिया पर लगे प्रतिबंध के ऑर्डर को तत्काल निरस्त कर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने हेतु जरिये दूरभाष निर्देश दिये थे. उक्त के सम्बंध में संस्थान की ओर से स्पष्टीकरण प्रस्तुत करते हुए मीडिया पर लगे प्रतिबंध के आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है.
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बता दें कि सोमवार को लोहिया संस्थान की तरफ से एक पत्र जारी किया गया था जिसमें संस्थान परिसर में मीडिया कवरेज पर पाबंदी लगाते हुए मीडिया कर्मियों को परिसर में कवरेज के लिए चिकित्सा अधीक्षक की अनुमति लेने की बात कही गयी थी. साथ ही सुरक्षाकर्मियों को पत्रकारों की निगरानी के लिए मुस्तैद भी किया गया था. बता दें कि इससे पहले कुछ दिन पूर्व ही इमरजेंसी में मरीजों की दलाली का मामला उजागर होने के बाद भी संस्थान की जमकर किरकिरी हुई थी.
वहीं इस चिट्ठी के सामने आने के बाद संस्थान की तरफ से सफाई भी पेश किया गया. संस्थान की तरफ से कहा गया कि जो पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. उसका संदर्भ मान्यता प्राप्त अथवा सम्मानित संस्थान के पत्रकारों से नहीं है. उन्होंने बताया कि पत्र का मंतव्य उन व्यक्तियों (स्वघोषित मीडियाकर्मी) के लिए अनुमति प्राप्त करने के लिए है, जिनके पास संबंधित संस्थान का पहचान पत्र नहीं होता है.