Lucknow News: गर्मी के मौसम में लोग आम का लुत्फ उठाने का इंतजार करते हैं. वैसे तो गर्मी का मौसम किसी को भाता नहीं है, पर इस मौसम का इंतजार लोग फलों के राजा आम के लिए करते हैं. फलों के राजा आम की बात होती है तो जेहन में मलिहाबादी दशहरी की खुशबू और उसकी मिठास याद आती है. वहीं आम इस बार खास बन गया है और आम आदमी की पहुंच से दूर होता जा रहा है. आम की राजधानी कहे जाने वाले मलिहाबाद में इस बार आम के उत्पादन पर बुरा असर पड़ा है.
मलिहाबाद में इस साल आम का उत्पादन दो दशक में सबसे कम हुआ है. मलिहाबाद के किसानों और वहां से आम का व्यापार करने वाले व्यापारियों ने बताया कि इस बार आम की फसल में 70 प्रतिशत से लेकर 80 प्रतिशत तक गिरावट आयी है. मलिहाबाद के आम उत्पादकों ने दावा किया कि अधिक गर्मी पड़ने के कारण फलों के राजा का उत्पादन प्रभावित हुआ है. कम उत्पादन के कारण फलों की कीमतें भी बढ़ सकती हैं. उत्पादन में आई बड़ी गिरावट से इस बार आम की कीमत 100 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच चुकी है.
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मलिहाबाद के ही एक किसान रामदास ने बताया कि मार्च में अचानक तेज हीट वेव (गर्म हवा) की शुरुआत हुई, फूलों के साथ ही भरपूर फसल की उम्मीदें भी मुरझा गईं. जो बढ़े हुए तापमान को बर्दाश्त नहीं कर पायी. बता दें कि इस बार मार्च में ही तापमान 40 डिग्री के आस-पास पहुंच गयी थी. किसानों ने यह भी बताया कि कीड़ों की वजह से भी आम के उत्पादन पर असर पड़ा है.
वहीं मलिहाबाद के व्यापारी मोहम्मद हामिद ने प्रभात खबर को बताया कि उत्तर प्रदेश में आम का उत्पादन हर साल 35 से 45 लाख टन तक होता रहा है, लेकिन इस बार 15 लाख टन से भी नीचे उत्पादन रहने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि आम के उत्पाद में इतनी कमी आने से दाम बढ़ने के आसार काफी ज्यादा है.