मोदी सरकार द्वारा कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद देवबंद के मौलाना अरशद मदनी ने सरकार से बड़ी मांग की है. अरशद मदनी ने कहा कि सरकार को चाहिए कि सीएए और एनआरसी कानून को वापस लिया जाए. उन्होंने आगे कहा कि पीएम को इसपर ध्यान देना चाहिए.
रिपोर्ट के अनुसार मौलाना अरशद मदनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि धैर्य से किया गया आंदोलन सफल होता है. उन्होंने कहा कि किसानों को सीएए-एनसीआर का प्रदर्शन का जमीन मिला था, जिसे धैर्यपूर्वक सफल बनाया गया. मदनी ने आगे कहा कि किसानों को आंदोलन की वजह से बदनाम करने की भी साजिश की गई.
मौलाना मदनी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि देश की संरचना लोकतांत्रिक है. ऐसे में अब उन्हें मुसलमानों के लिए लाए गए कानून को भी वापस ले लेना चाहिए. आंदोलनकारी किसानों की तारीफ करते हुए मौलाना मदनी ने कहा कि जनता ने एक बार फिर बता दिया कि लोकतंत्र में वे ही सबसे शक्तिशाली है.
पीएम मोदी ने किया था ऐलान- शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून निरस्त करने का ऐलान किया था. पीएम ने घोषणा करते हुए कहा कि हमने देश के किसानों को कानून समझाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए. बता दें कि सरकार की ओर से आगामी संसद सत्र में कानून वापस लिया जाएगा. किसानों द्वारा लगभग एक साल से कानून वापस लिए जाने को लेकर आंदोलन चलाया जा रहा है. किसान गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर सहित दिल्ली में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.