लखनऊ. बहुजन समाजवादी पार्टी (Bahujan Samajwadi Party) की मुखिया मायावती ने पार्टी को उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में पूरी ताकत के साथ जुट जाने का निर्देश दिया है. बसपा (BSP) 14 अप्रैल तक मेयर, नगर पालिका अध्यक्ष तथा नगर पंचायत अध्यक्ष के पदों के लिये उम्मीदवार घोषित कर देगी. नगर निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर बसपा सुप्रीमो की अध्यक्षता में रविवार को हुई इस विशेष बैठक में पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ- साथ 75 जिलों के जिलाध्यक्ष भी मौजूद थे. बैठक में सभी नेता- कार्यकर्ता को पूरे तन मन धन से निकाय चुनाव में जुट जाने का आदेश दिया है.
मायावती ने विशेष बैठक में टिकट को लेकर साफ कर दिया कि उन लोगों को तरजीह दी जायेगी जो अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं. बसपा के वोटरों के बीच जिनकी गहरी पैठ है. बसपाई महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, बदहाल कानून व्यवस्था तथा अराजकता आदि के मुद्दो को लेकर लोगों के बीच वोट मांगने जाएंगे. वोटरों को यह भी संदेश देने की कोशिश होगी कि वर्तमान प्रदेश सरकार आम आदमी की समस्याओं को महत्त्व नहीं दे रही है.
मायावती का कहना है कि बसपा ही वह पार्टी है तो धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर देश व संविधान हित में कार्य करती है. सरकारी नौकरी के घटते अवसर भी बड़ा चुनावी मुद्दा होगा. बसपा ने इस बात के संकेत दिये हैं कि वह टिकट वितरण में युवा और महिलाओं को लेकर बड़ा प्रयोग कर सकती है. बीते नगर निकाय चुनाव में 16 नगर निगम में बीजेपी ने महापौर की 14 सीट जीती थीं. बसपा की टिकट पर केवल दो उम्मीदवार मेयर बन सके. सपा और कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत सकी थीं.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को बुलाई गयी विशेष बैठक में पार्टी संगठन की मजबूती तथा गांव- गांव में पार्टी के जनाधार को कैडर के आधार पर बढ़ाने के लिये दिसंबर में दिये गये कार्यों की समीक्षा भी की. इस कार्य में अब तक जो कमियां मिली उनको दूर करने का निर्देश दिया. साथ ही कहा कि अब इस कार्य को रोककर अपनी पूरा ध्यान निकाय चुनाव पर लगा दिया जाये.