लखनऊ: अटेवा (ATEWA)-पेंशन बचाओ मंच व NMOPS 1 अक्टूबर को दिल्ली में पेंशन शंखनाद महारैली का आयोजन कर रहा है. इस महारैली की तैयारियों को लेकर संगठन के पदाधिकारियों और सदस्यों ने डीपीए सभागार लखनऊ विश्वविद्यालय में एक बैठक का आयोजन किया. लखनऊ विश्वविद्यालय कर्मचारी परिषद की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष व NMOPS के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने सभी कर्मचारी, शिक्षक संगठनों से इस महारैली में शामिल होने आह्वान किया.
विजय बंधु ने इस मौके पर कहा कि ATEWA/NMOPS पूरे देश में न्यू पेंशन स्कीम व निजीकरण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है. जिसके परिणामस्वरूप आज कई राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश में पुरानी पेंशन बहाल हो गई है. कई राज्यों में पुरानी पेंशन की बहाली होने वाली है. नई दिल्ली में होने वाली पेंशन शंखनाद महारैली में लाखों की संख्या में देश भर से शिक्षक व कर्मचारी भाग लेंगे.
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प्रदेश महामंत्री डॉ. नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि भारत सरकार पुरानी पेंशन बहाल न करके कर्मचारियों व शिक्षकों के साथ अन्याय कर रही है. अगर सरकार ने लोकसभा चुनाव के पहले पुरानी पेंशन बहाल नहीं की तो कर्मचारी व शिक्षक लोकसभा चुनाव में वोट की चोट करेगा. इसके लिये वोट फ़ॉर OPS अभियान चलाया जाएगा.
लविवि कर्मचारी परिषद अध्यक्ष राकेश यादव ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई ATEWA व NMOPS लड़ रहा है. सभी कर्मचारी व शिक्षक अटेवा का साथ दें. कर्मचारी परिषद के महामंत्री डॉ. संजय शुक्ला ने कहा कि 1 अक्टूबर को दिल्ली में होने वाली पेंशन शंखनाद रैली को लेकर सभी विभागों में सघन जनसंपर्क अभियान चलाकर दिल्ली की सरकार को अपनी ताकत दिखाकर पुरानी पेंशन बहाल कराना है.
कार्यक्रम में सभी कर्मचारियों का आभार प्रकट करते हुए डॉ. राजेश कुमार ने शिक्षक ,कर्मचारी व अधिकारी संगठनों से 1 अक्टूबर को दिल्ली में होने वाली महारैली में सहयोग व समर्थन मांगा. बैठक में बैठक में प्रमुख रूप से सीपी सिंह, अभिषेक सिंह, अमित कुमार सक्सेना, शिवानंद द्विवेदी, बाबु लाल, के0पी0सिंह, दिनेश वाल्मीकि, अमित सक्सेना, मुकेश धर दुबे, बच्चा सिंह, अशोक कुमार, सोमनाथ, अमित कुमार, पवन कुमार, लाल बाबू ओझा, के साथ ही भगवानदीन, नरेंद्र प्रताप सिंह,राजेश सिंह, जेपी सिंह, रक्षा राम, गोपाल सिंह, रवींद्र वर्मा , अणिमा शुक्ला, वंदना आदि ने भी अपने विचार रखे.