लखनऊ: नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा, उनके साथ सेवा का भाव अगर किसी प्रोफेशन के पास है तो वह फार्मेसी है. फार्मेसी प्रोफेशन ने कोविड में यह साबित कर दिया है. डॉक्टरों के साथ मिलकर कोविड में फार्मासिस्टों ने जो कार्य किया, वह कोई भी प्रोफेशन नहीं कर सकता है. जब कोविड आया तब लोग हिचकते थे कि कहीं हम लोग कैसे इलाज करेंगे? लेकिन जहां भी फार्मासिस्ट रहे वहां उन्होंने इलाज किया, चाहे वह अस्पताल हो या फिर सप्लाई चेन हो. मुख्यमंत्री के सलाहकार व पूर्व ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया डॉ. जीएन सिंह ने ये बात वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे के मौके पर कही.
फार्मासिस्ट फेडरेशन के तत्वावधान में पशुपालन विभाग में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि यूपी में सप्लाई चेन के 1.5 लाख आउटलेट हैं. दो फार्मासिस्ट प्रति आउटलेट पर देखें तो लगभग तीन लाख लोग कार्य कर रहे थे. इसके अलावा अन्य अस्पतालों में थे. उन्होंने का कहा कि यूपी में तेजी से फार्मा सेक्टर का विस्तार हो रहा है. जेवर के पास मेडिकल डिवाइस पार्क बन रहा है. कोविड के समय सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसके लिये 350 एकड़ जमीन दी थी. यहां दुनिया का सबसे अच्छा मेडिकल डिवाइस पार्क बन रहा है. लगभग 100 विदेशी, भारतीय व यूपी की कंपनियां वहां आज चुकी हैं.
डॉ. जीएन सिंह ने बताया कि बुंदेलखंड के ललितपुर में 2000 एकड़ में फार्मा हब बनेगा. मुख्यमंत्री की इच्छा थी कि फार्मा हब पिछड़े इलाके ललितपुर में बने. जिससे वहां का जीवन स्तर सुधरे. अब वहां 2000 एकड़ का फार्मा हब बनने जा रहा है. जहां दवा बनाने के लिये जरूरी साल्ट व अन्य मैटेरियल का उत्पादन किया जाएगा. उत्तर प्रदेश का आत्मनिर्भर बनाने के लिये फार्मा हब बड़ी भूमिका निभाएगा. उन्होंने बताया कि 1940 में बने ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट में भी बदलाव किया जाएगा. इसमें फार्मासिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव और उनकी टीम की मदद भी ली जाएगी.
भाजपा नेत्री एवं समाज सेविका अपर्णा यादव ने कहा कि प्रदेश में फार्मासिस्टों का सम्मान बढ़ाने के लिए सरकार कार्य करेगी. मुख्यमंत्री के समक्ष जल्द ही सभी मांगों को रखा जाएगा और समाधान भी कराया जाएगा. पद्मश्री अरुणिमा सिन्हा ने कहा कि युवाओं को आगे जाकर कार्य करने की जरूरत है. कभी भी किसी चीज को असंभव नहीं मानना चाहिए. उन्होंने अपने पर्वतारोहण के समय के वृतांत भी सुनाएं, साथ ही कहा कि एक फार्मासिस्ट की वजह से ही आज हम जीवित है. उन्होंने बताया कि जब उनकी टांग दुर्घटना में कट गई थी तो उस समय एक फार्मासिस्ट ने रक्तदान देकर उनकी जिंदगी बचाई. इसलिए फार्मासिस्ट दिवस पर देश के सभी फार्मासिस्टों को उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित किया और बधाइयां दी.
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष सुरेश रावत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गिरीश मिश्रा इंडियन पब्लिक इंप्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी मिश्रा ने कहा कि पूरे प्रदेश का कर्मचारी फार्मासिस्ट फेडरेशन के साथ है. फार्मासिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने प्रदेश में फार्मासिस्टों के सम्मान का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि फार्मासिस्टों का पदनाम परिवर्तित कर फार्मेसी अधिकारी किया जाना चाहिए. साथ ही दवा उद्योग और मार्केटिंग में फार्मासिस्ट की भूमिका को और बढ़ाए जाने की जरूरत है.
महामंत्री अशोक कुमार, यूथ के संरक्षक उपेंद्र कुमार ने अन्य विधाओं के समस्याओं को भी उठाया. श्रम विभाग, समाज कल्याण विभाग, कारागार, ईएसआई, आयुर्वेद और होम्योपैथी में पदनाम परिवर्तन वेतन विसंगति, नियमावली बनाए जाने, नियुक्तियां किए जाने की भी मांग की गई. यूथ फार्मासिस्ट फेडरेशन के सचिव पीएस पाठक ने युवाओं के रोजगार पर विशेष रूप से चर्चा की. कार्यक्रम में फार्मासिस्ट छात्रों ने एक नाटक का मंचन किया. जिसमें कोविड के उपरांत फार्मेसी के वैज्ञानिकों द्वारा वैक्सीन खोजना और देश को कोविड फ्री किए जाने का रोमांचक,कारुणिक दृश्य दोनों एक साथ दिखे.
विश्व फार्मेसिस्ट दिवस के अवसर पर फार्मासिस्ट फेडरेशन के कार्यक्रम में सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. नरेंद्र अग्रवाल, पशुपालन विभाग के निदेशक अरुण कुमार सिंह जादौन, महानिदेशक के प्रतिनिधि के रूप में ओएसडी फार्मेसी वेद प्रकाश यादव ने विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधन किया. प्रांतीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह, IPSEF के अध्यक्ष वीपी मिश्रा, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष सुरेश रावत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गिरीश मिश्रा, जनपद अध्यक्ष सुभाष श्रीवास्तव ने विशेष संबोधन किया. कार्यक्रम के प्रथम सत्र की अध्यक्षता सेवानिवृत्ति बैंक के अध्यक्ष जय सिंह सचान और दूसरे सत्र की अध्यक्षता संगठन के संरक्षक केके सचान ने किया.
कार्यक्रम संचालन समिति के अध्यक्ष जेपी नायक, सचिव अखिल सिंह, वेटरनरी फार्मासिस्ट संघ के अध्यक्ष किरन सिंह, प्रवक्ता करतार सिंह, होम्योपैथिक फार्मासिस्ट संघ के अरविंद कुमार, आयुर्वेद के पूर्व अध्यक्ष विद्याधर पाठक, समाज कल्याण के अध्यक्ष एआर कौशल, संरक्षक आदेश कुमार सिंह के साथ ही कारागार, एसजीपीजीआई, लोहिया इंस्टीट्यूट के प्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम का कुशल संचालन करने के लिए उपाध्यक्ष देवेंद्र कुमार, राम शरन, अभिषेक शुक्ला, अनूप आनंद, मंडल अध्यक्ष अनिल दुबे, जिला अध्यक्ष धीरेंद्र,आयुष, शरद मोहन, मान बहादुर आदि को सम्मानित किया गया.