Lucknow News: एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट के रूप में विकसित हो रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शिलान्यास को लेकर अच्छी खबर सामने आई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास 25 नवंबर को होने जा रहा है. इस एयरपोर्ट का शिलान्यास पीएम नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे.
मिली जानकारी के अनुसार, 25 नवंबर को जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास और भूमि पूजन किया जाएगा. बता दें कि एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट के निर्माण की जिम्मेदारी स्विस कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड – नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को मिली है.
फिलहाल, एयरपोर्ट की चारदीवारी का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है. एयरपोर्ट के निर्माण के लिए 1334 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की गई है. एयरपोर्ट का निर्माण कार्य 2023-2024 से तक पूरा कर लिया जाएगा, इसी समय-सीमा में जनता के लिए एयरपोर्ट शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है.
जेवर एयरपोर्ट की खासियत की बात करें तो, यह देश का ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनने जा रहा है. एयरपोर्ट पर कुल 8 रनवे होंगे. एयरपोर्ट की शुरुआत में 1 करोड़ 20 लाख यात्री सालाना यहां से हवाई सेवाओं लाभ उठाएंगे. इसके अलावा एयरपोर्ट को हाई स्पीड रेल लाइन से भी जोड़ने की योजना है. साथ ही जेवर एयरपोर्ट पूरी तरह से डिजिटल टेक्नोलॉजी से लैस होगा.
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन के मुताबिक, नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का पहला चरण सितंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा, जिसमें एक रनवे और सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की क्षमता होगी. बता दें कि वाईआईएपीएल, ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी वाली सहायक कंपनी है.
एनआईए उत्तर प्रदेश के गौतम बौद्ध नगर के जेवर में स्थित है, जो कि दिल्ली से लगभग 80 किमी दूर है. बता दें कि अक्टूबर 2024 के अंत हवाई अड्डा बनकर तैयार हो जाएगा.