लखनऊ. बसपा विधायक राजू पाल की हत्या मामले के चश्मदीद गवाह उमेश पाल की हत्या से पहले बसपा के कुछ नेताओं के साथ माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) के परिवार ने पार्टी की थी. पुलिस की अभी तक जांच में यह बात सामने आयी है. माफिया ने इन बसपा नेताओं को लाखों रुपये भी दिये थे. पुलिस के हाथ लगे रजिस्टर में इसबात के प्रमाण मिले हैं. जिन बसपा नेताओं को पैसा दिया गया वह प्रयागराज में पार्टी संगठन से जुड़े है. पुलिस पूछताछ के लिए कभी भी बुला सकती है. शाइस्ता परवीन को बसपा ने मेयर के लिए टिकट भी दी थी. हालांकि उमेशपाल हत्याकांड में नाम आने के बाद टिकट काट दी गयी है.
उमेश पाल हत्याकांड में फरार माफिया की पत्नी शाइस्ता परवीन की तलाश के दौरान पुलिस को मिले प्रमाण से पता चला है कि उमेश की हत्या से करीब तीन महीने पहले एक पार्टी हुई थी. इसमें बसपा के संगठन से जुड़े एक पदाधिकारी को करीब तीन लाख रुपये एक महीनें में दिये गये. इससे पहले भी पार्टियां हुई थी. इनमें भी लाखों रुपये कैश में बसपा नेताओं को दिये गऐ. पुलिस को आशंका है कि पार्टी फंड के नाम पर व्यक्तिगत लेनदेन भी हुआ है. पूछताछ में और भी खुलासा हो सकता है.
पुलिस ने अतीक अहमद के प्रयागराज के धूमलगंज स्थित पैतृक घर में छापा मारा था. वहां से रजिस्टर आदि बरामद हुआ था. अतीक के नौकर को भी गिरफ्तार किया गया था. रजिस्टर की जांच पड़ताल और नौकर से पूछताछ के बात यह जानकारी सामने आयी. सूत्रों के अनुसार पुलिस ने अभी तक की जांच में यह पाया है कि अतीक अहमद के घर पर उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन ने आधा दर्जन से अधिक बार पार्टी आयोजित करायीं . इनमें बसपा के स्थानीय बड़े नेता भी शामिल हुए. इन पार्टियों में अलग- अलग समय पर 15- 20 लाख रुपये दिये गये. अतीक की पत्नी बसपा की नेता थीं इस कारण यह लेनदेन पार्टी फंड की आड़ में किया गया था.
प्रयागराज पुलिस ने कचहरी इलाके में शाइस्ता परवीन की तलाश में छापेमारी की है. पुलिस को शक है कि वह ग्रामीण इलाकों में कहीं छिपी हुई है. शाइस्ता परवीन की खोज के लिए दर्जनों गांव में सर्च अभियान चलाया जा रहा है. बड़ी संख्या में महिला और पुरुष पदाधिकारियों के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया है. फरार शाइस्ता परवीन पर इनाम की राशि भी बढ़ा दी गयी है. इनाम राशि 25 हजार से बढ़ाकर 50 हजार कर दी गयी है.