Lucknow News: प्रदेश में बढ़ती गर्मी के साथ बिजली का संकट गहराता जा रहा है. राज्य में बिजली की डिमांड भी रिकॉर्ड स्तर को पार कर गई. यही कारण है कि ऊर्जा संयंत्रों को समय-समय पर कोयले की कमी का सामने करना पड़ रहा है, जिसके चलते बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है. इस समस्या का समाधान निकालने के लिए योगी सरकार ने तय शेड्यूल के हिसाब से बिजली देने का ऐेलान किया है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पावर कारपोरेशन ने गुरुवार को 31 मई तक प्रदेश के सभी शहरी और ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति का शेड्यूल जारी कर दिया है.
ताज ट्रिपेजियम जोन में शामिल ग्रामीण इलाकों में भी 24 घंटे आपूर्ति होगी. इसके अलावा बुंदेलखंड के जिलों को सारनाथ और पनकी कंट्रोल से विद्युत आपूर्ति की जाती है. पावर कारपोरेशन ने 1 से 31 मई तक बुंदेलखंड के सभी जिलों को 20 घंटे बिजली देने की बात कही गई है.
सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में इस वक्त किसी भी इकाई के पास स्टॉक में एक चौथाई कोयला भी नहीं है, जोकि क्रिटिकल स्थिति का संकेत हैं. रिपोर्ट्स को मुताबिक, झांसी के पारीछा थर्मल पावर प्लांट के पास कोयले का महज एक दिन का स्टॉक शेष है. इसके अलावा सोनभद्र के ओबरा तापीय परियोजना प्लांट में भी तीन दिन का कोयला ही बचा है.