गोरखपुर. वासंती नवरात्र 22 मार्च से शुरू हो रहा है, जिसको लेकर मंदिरों और घरों में तैयारियां जोरों शोर से चल रही है. गोरखपुर के तरकुलहा देवी मंदिर, बुढ़िया माई मंदिर, काली मंदिर सहित और कई मंदिरों में तैयारियां तेजी से हो रहे हैं. तरकुलहा देवी, बुढ़िया माई मंदिर का परिसर बहुत बड़ा है, उसकी साफ-सफाई और रंगाई का काम भी चल रहा है. श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत ना हो इसके लिए महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग लाइन की व्यवस्था भी की जा रही है.
श्रद्धालुओं की मदद के लिए स्वयंसेवक तैयार किए गए ताकि किसी को दर्शन पूजन में दिक्कत ना होने पाए. महिला, पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग मार्ग भी बनाए जा रहे हैं क्रम से सभी को दर्शन कराया जाएगा. श्रद्धालुओं के लिए पेयजल के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं. तरकुलहा देवी और बुढ़िया माई मंदिर में पूजा और प्रसाद की दुकान लगती हैं मंदिर परिसर के बाहर इन दुकानों की व्यवस्था की जा रही है.
श्रद्धालुओं की गाड़ी पार्किंग की व्यवस्था भी तरकुलहा देवी और बुढ़िया माई मंदिर प्रशासन द्वारा किया जा रहा है, जिससे जाम की समस्या ना उत्पन्न हो. इस बार नवरात्र पूरे 9 दिन का है. 28 मार्च को महासप्तमी, 29 मार्च को महाअष्टमी व 30 मार्च को महानवमी तिथि है. महा नवमी के दिन मां की आराधना के साथ व्रत की पूर्णाहुति होगी. महा नवमी के दिन ही भगवान राम का जन्म उत्सव भी मनाया जाएगा. 9 दिन व्रत करने वाले लोग 31 मार्च को पारण करेगें.
Also Read: राहु-केतु दोष दूर करने के लिए चैत्र नवरात्र में करें ये आसान उपाय, जिंदगी में कभी कष्ट नहीं देंगे राहु-केतु
पहले व महाअष्टमी के दिन व्रत रहने वाले श्रद्धालु 22 व 29 मार्च को व्रत रहेंगे. नवरात्रि पर्व को लेकर घरों और मंदिरों की सफाई का कार्य तेजी से हो रहा है.बहुत से लोग घर में कलश की स्थापना करते हैं और दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं जिसको लेकर घरों में लोगों ने तैयारी तेज कर दी है. बाजारों में पूजन सामग्री की दुकान सज गए हैं खरीदार खरीदारी भी करना शुरू कर चुके हैं.
रिपोर्ट –कुमार प्रदीप,गोरखपुर