लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के दांपत्य जीवन में खटास आ गई है. राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी कुमारी का विवाद अब कोर्ट पहुंच चुका है. अब ऐसा लग रहा है कि 28 साल के रिश्ते का अंत हो जाएगा. क्योकि विधायक राजा भइया उर्फ रघुराज प्रताप सिंह ने पत्नी भानवी कुमारी से तलाक के लिए अर्जी दी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रतापगढ़ के कुंडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक राजा भइया उर्फ रघुराज प्रताप सिंह ने दिल्ली साकेत कोर्ट में तलाक की अर्जी दी है. तलाक की अर्जी पर सोमवार को परिवारिक न्यायालय में सुनवाई होगी. बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से पत्नी भानवी और राजा भइया के बीच अनबन चल रही थी. करीब एक महीने पहले राजा भैया की पत्नी भानवी ने कोर्ट में एफआईआर दर्ज कराई थी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के पारिवारिक न्यायालय में राजा भैया की अर्जी पर 10 अप्रैल 2023 दिन सोमवार को सुनवाई होनी है. राजा भैया और भानवी कुमारी सिंह की शादी वर्ष 1995 में हुई थी. करीब 28 साल का यह रिश्ता टूटने की सूचना के बाद से प्रतापगढ़ में भी लोग हैरानी जता रहे हैं. बताया जा रहा है कि भानवी सिंह ने जब राजा भैया के करीबी एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया तो दोनों के रिश्ते काफी बिगड़ने लगे थे. हालांकि, प्रभात खबर डिजिटल इस मामले की पुष्टि नहीं करता है. मीडिया में चल रही सूचनाओं के अनुसार, दोनों के रितों में दरार आई है.
Also Read: सीएम योगी ने गोरखपुर को दी एक हजार करोड़ रुपये की सौगात, निकाय और लोकसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं में भरा जोश
बता दें कि हाल में ही भानवी कुमारी द्वारा राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर कराने पर पति और पत्नी के बीच अनबन होने का मामला पहली बार सामने आया था. पिछले दिनों भानवी सिंह ने दिल्ली में धारा 420, 467, 468, 471,109 और 120बी के तहत एमएलसी अक्षय प्रताप पर केस दर्ज कराया था. इसके बाद राजा भैया ने अक्षय प्रताप का समर्थन किया था. खुद को भाई के साथ खड़ा बताया था. अब राजा भैया द्वारा कोर्ट में तलाक लेने की अर्जी देने की चर्चा जोरों पर है. यह भी कहा जा रहा है कि राजा भैया द्वारा कोर्ट में दाखिल तलाक की अर्जी में पत्नी भानवी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. राजा द्वारा अर्जी में पत्नी के खिलाफ परिजनों को अपमानित करने और बच्चों की परवरिश में उदासीनता बरतने जैसे कई आरोप लगाए जाने की बात कही जा रही है.