लखनऊ : भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन, जिसे I.N.D.I.A. के नाम से भी जाना जाता है. आगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर चल रही जुबानी जंग के बीच I.N.D.I.A.के दोनों प्रमुख दल कांग्रेस और सपा के बीच बढ़ते तनाव ने शनिवार को कड़वा मोड़ ले लिया. राहुल गांधी पर व्यक्तिगत हमला करते हुए समाजवादी पार्टी के नेता पूर्व मंत्री आईपी सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर पर स्पष्ट रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि जो व्यक्ति अपने भाई वरुण गांधी को एकजुट नहीं कर सका, वह नकली प्यार फैला रहा है. मध्य प्रदेश के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा समाजवादी पार्टी के साथ सीट शेयरिंग नहीं किए जाने से खफा समाजवादी पार्टी के प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बयान पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रतिक्रिया के बाद दोनों दलों में तल्खी बढ़ गयी है. बयानबाजी की आंच अब राहुल गांधी तक जा पहुंची है. समाजवादी पार्टी के नेता एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आईपी सिंह ने राहुल गांधी को “पागल – मूर्ख” कह दिया है. गांधी परिवार पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की है. आईपी सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जिक्र करते हुए सोशल मीडिया हैंडल ” X ” पर पोस्ट किया है. समाजवादी पार्टी के नेता ने 2019 के आम चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ असफल ‘चौकीदार चोर है’ अभियान चलाने के लिए राहुल गांधी को ‘पागल मूर्ख’ कहा है. सिंह ने कहा, “कांग्रेस की सात पीढ़ियां कभी भी समाजवादी पार्टी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगी.” उन्होंने कहा, “राहुल गांधी वैसे भी निःसंतान हैं.”
“महागठबंधन की पहल बिहार के 8 बार के यशस्वी CM अति सरल पटेल नीतीश कुमार जी ने की.एक- एक पार्टियों को जोड़े और उन्हें महागठबंधन का नेता बनाने के बजाय कांग्रेस खेल पर उतर आयी. 2019 में चौकीदार चोर है उस पागल मंद बुद्धि राहुल गांधी के सहारे कांग्रेस अपने बलबुते चली है मोदी जी को हराने असंभव. जो व्यक्ति अपने सगे भाई वरुण गांधी जी को नहीं जोड़ पाया वह झूठा मोहब्बत बांट रहा है. कांग्रेस की सात पुश्तें समाजवादी पार्टी की कभी कुछ बिगाड़ नहीं पायेंगी वैसे राहुल गांधी वंशविहीन हैं. ननिहाल वैसे उनके लिए मुफीद जगह है. “
Also Read: MP Assembly Elections: सपा अध्यक्ष का नाम सुनते ही कमलनाथ बोले ‘अरे भई छोड़ो अखिलेश-वखिलेश..’, SP का भी ऐलानइससे पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को बयान दिया था कि ”मैं कांग्रेस से कहना चाहता हूं कि उनके चिरकुट नेताओं को सपा के बारे में नहीं बोलना चाहिए. ये कांग्रेस के लोग भाजपा के साथ हैं. अगर मुझे पता होता कि राज्य स्तर पर कोई गठबंधन नहीं है, तो मैं सपा नेताओं को कमल नाथ, दिग्विजय सिंह के पास नहीं भेजता. बुधवार को कमल नाथ ने कहा कि राज्य स्तर पर गठबंधन को लेकर सपा के साथ बातचीत अभी भी जारी है. उन्होंने कहा, ”व्यावहारिक गड़बड़ियां” भी थीं. “हमारे उम्मीदवार सपा के चुनाव चिन्ह पर लड़ने के लिए तैयार नहीं हैं, भले ही सपा कहती है कि वह अपने चुनाव चिन्ह पर हमारे उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के लिए तैयार है. ऐसी स्थिति में, हम क्या करेंगे? ये जमीन पर व्यावहारिक पहलू हैं . ” कमल नाथ ने हालांकि यह भी कहा है कि चुनाव में भाजपा को हराने की जरूरत पर पार्टी (कांग्रेस) अखिलेश यादव से सहमत है. वह कहते हैं, “हम चाहते हैं कि सपा बीजेपी को हराने में हमारी मदद करे. मैं अखिलेश यादव को धन्यवाद देता हूं, क्योंकि उनका लक्ष्य बीजेपी को हराना है. उन्होंने यह बात मुझे निजी तौर पर बताई थी.”
महागठबंधन की पहल बिहार के 8 बार के यशस्वी CM अति सरल पटेल नीतीश कुमार जी ने की।
— I.P. Singh (@IPSinghSp) October 21, 2023
एक एक पार्टियों को जोड़े और उन्हें महागठबंधन का नेता बनाने के बजाय कांग्रेस खेल पर उतर आयी।
2019 में चौकीदार चोर है उस पागल मंद बुद्धि राहुल गांधी के सहारे कांग्रेस अपने बल बुते चली है मोदी जी को… https://t.co/8WVZp0yXIs