लखनऊ: कुछ दिन पहले दिये गये बयान पर विवाद खड़ा होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने विरोधियों पर करारा हमला किया है. उन्होंने बुधवार को को अपने बयान पर कायम रहते हुए कहा कि लोग महिलाओं का विरोध कर रहे हैं, स्वामी प्रसाद मौर्य का नहीं. उन्होंने बीजेपी के महिला सशक्तिकरण और नारी वंदन योजना चलाने पर भी सवाल उठाया है.
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बुधवार को मीडिया से कहा कि अनुच्छेद ‘ज’ में इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि ढोंग, ढकोसले पाखंड आडंबर से लोगों को बाहर निकालकर वैज्ञानिक सोच के साथ खड़ा किया जाए. हमने दो चीजें इसमें रखी, एक तो वैज्ञानिक विकसित करने की बात की, दूसरी महिलाओं को सम्मान दिलाने की बात की. जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वह स्वामी प्रसाद मौर्य का विरोध नहीं कर रहे हैं, वह महिलाओं के सम्मान का विरोध कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी के लोग दिखाने के लिये तो चला रहे हैं महिला सशक्तिकरण अभियान, नारी वंदन योजना और महिला को सम्मान दिलाने के लिये कही गयी बात को विवादित बयान कहकर बेतुका बयान कहकर विरोध कर रहे हैं, इससे लगता है कि इनकी महिला सशक्तिकरण योजना, नारी वंदन योजना केवल दिखावा है छलावा है. अगर सही मायने में महिलाओं को सम्मान दिलाने के हक में होते तो मेरे बयान का विरोध नहीं करते.
गौरतलब है कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य सनातन विरोधी बयान देने के लिये जाने जाते हैं. दिवाली के दिन एक्स पर अपनी पत्नी को तिलक लगाते हुए एक पोस्ट शेयर की थी. इसमें उन्होंने मां लक्ष्मी के आस्तित्व को लेकर सवाल उठाए थे और लोगों को पत्नी की पूजा करने की सलाह दी थी. उन्होंने लिखा था कि पूरे विश्व के प्रत्येक धर्म, जाति, नस्ल, रंग व देश में पैदा होने वाले बच्चे के दो हाथ, दो पैर, दो कान, दो आंख, दो छिद्रों वाली नाक के साथ एक सिर, पेट व पीठ ही होती है, चार हाथ, आठ हाथ, दस हाथ, बीस हाथ व हजार हाथ वाला बच्चा आज तक पैदा ही नहीं हुआ तो चार हाथ वाली लक्ष्मी कैसे पैदा हो सकती हैं? यदि आप लक्ष्मी देवी की पूजा करना ही चाहते हैं तो अपने घरवाली की पूजा व सम्मान करें, जो सही मायने में देवी है. क्योंकि आपके घर परिवार का पालन-पोषण, सुख-समृद्धि, खान-पान व देखभाल की जिम्मेदारी बहुत ही निष्ठा के साथ निभाती है. इस बयान के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया गया था.
#WATCH | Lucknow, UP: On his controversial statement, Samajwadi Party leader Swami Prasad Maurya says, " …I spoke mainly about 2 things, one is about developing a scientific thought and the second is about giving respect to women. And those people who're condemning this are not… pic.twitter.com/jlVPP0BWFw
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 15, 2023