लखनऊ. लखीमपुर खीरी जिले के दुधवा बफर जोन में कई महीनों से इंसानी आबादी में दाखिल हो रही बाघिन को एक बार फिर बेहोश कर पकड़ लिया गया है. दुधवा बाघ अभयारण्य के क्षेत्र निदेशक बी. प्रभाकर ने बृहस्पतिवार को बताया कि पिछले साल नवंबर में दुधवा बफर जोन के नींबुआबोझ इलाके में 10 साल के एक लड़के का शिकार करने के बाद इसी बाघिन को 29 नवंबर 2022 को बेहोश करके पकड़ा था.
बाद में दुधवा के घने जंगलों में छोड़ा गया था. पिछले कुछ महीनों से यह बाघिन एक बार फिर इंसानों की आबादी में दाखिल होने लगी थी. क्षेत्र निदेशक बी.प्रभाकर ने बताया कि इसकी खबर मिलने पर दुधवा बफर जोन के उप निदेशक सुंदरेश तथा डॉक्टर दया और डॉक्टर दीपक वर्मा की टीम पूर्व में बाघिन की गले में बांधे गए रेडियो कॉलर से मिलने वाले सिग्नल के जरिए उसका पता लगाने की कोशिश कर रही थी.
बुधवार की शाम रेडियो सिग्नल से पता लगा कि बाघिन दुधवा बफर जोन के नजदीक बसंतपुर गांव के आसपास मौजूद है. इसके कुछ ही घंटों बाद विशेषज्ञों की टीम ने बाघिन को ट्रेंकुलाइजर के जरिए बेहोश कर एक पिंजरे में बंद कर दिया. प्रभाकर ने बताया कि अब बाघिन का चिकित्सीय परीक्षण किया जाएगा और फिट पाए जाने पर उसे जंगलों में किसी अन्य स्थान पर छोड़ दिया जाएगा.
आबादी क्षेत्र में बाघिन के बार- बार आने से लोगों में दहशत का माहौल बन गया था. रेंज क्षेत्र में रहने वाले लोग एक समय बार अपने एक घरों से बाहर नहीं निकलने में डरने लगे है. जान की खतरा के डर ने उनकी दिनचर्या तक को प्रभावित कर दिया है. हालांकि वन विभाग के अधिकारी लगातार निगरानी कर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी तरह की जनहानि नहीं हो. लोगों को जागरुक कर यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि वह किसी भी वन्य जीव को किसी तरह की क्षति नहीं पहुंचाएं.