लखनऊ. यूपी पुलिस ने मंगलवार को उमेशपाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद के ‘ कमांड सेंटर ‘ प्रयागराज स्थित उसके कार्यालय को खोद दिया है. गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के चकिया स्थित पुराने ऑफिस प्रयागराज पुलिस कमिश्नरेट के आला पुलिस पदाधिकारी अपने साथ थाना और रिजर्व बल के साथ पहुंचे. अतीक के कार्यालय में खुदाई के साथ चले सर्च आपरेशन में अब तक 09 नाइन एमएम की पिस्टल-कारतूस बरामद की गयी हैं. नोट गिनने की मशीन और एक करोड़ 20 लाख से अधिक कैश अभी तक बरामद हो चुका है. किसी भी स्थित से निबटने के लिये पुलिस के कमांडो भी तैनात किये गये थे.
पुलिस को आशंका है कि इन हथियारों और कैश का उपयोग किसी बड़ी साजिश के लिये किया जाना था. पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को पकड़ा है. नमें एक सोनू बताया जा रहा है. इसी की निशानदेही पर यह सर्च आपरेशन चल रहा है. सोनू अतीक का करीबी है. दूसरा अभियुक्त दूसरा अबू तालिब बताया जा रहा है जो सोनू का ही रिश्तेदारहै.सूत्रों के अनुसार क्राइम ब्रांच ने सोनू को मंगलवार की सुबह उठाया था. उससे पूछताछ की गयी तो उसने सभी राज उगल दिये. बरामद कैश लखनऊ के एक प्रापर्टी डीलर ने प्रयागराज में माफिया को पहुंचाया था. तीन अन्य आरोपी भी हिरासत में लिये गये हैं.
पुलिस फोर्स ने माफिया अतीक का पूरा दफ्तर अपनी सुरक्षा में ले लिया है. अंदर और बाहर पुलिस कर्मी तैनात किये गये हैं. पुलिस के आला अधिकारी की मौजूदगी में कार्यालय खोदा जा रहा है. यहां से कुछ ही दूरी पर करीब 60 मीटर की दूरी पर गुड्डू मुस्लिम का घर है. गौरतलब है कि उमेशपाल हत्याकांड में 13 से अधिक लोग शामिल होने की बात सामने आयी थी. इनमें से पांच शूटर अभी तक फरार बताये जा रहे हैं. मंगलवार की कार्रवाई के बाद पुलिस सभी कड़ियों को जोड़ने का दावा कर रही है. पूरी घटना का खुलासा कभी भी किया जा सकता है.
किसी को शक न हो कि इसी लिये कैश और हथियार खंडहर हो चुके दफ्तर में छिपा कर रखा गया था. नोटों को गिनने के लिये पुलिस को मशीन कर सहारा लेना पड़ा. कैश दीवारों के अंदर छिपा कर रखा गया था. कारतूस और पिस्टल जमीन के अंदर दबाकर रखी थीं. अतीक अहमद के इस आफिस दफ्तर को पुलिस ने कुछ दिन पहले बुलडोजर से ढहा दिया था.