Lucknow: प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड में एसटीएफ की ताबड़तोड़ दबिश जारी है. हर इनपुट पर एसटीएफ की टीमें छापेमारी कर रही हैं, जिससे फरार हमलावरों की गिरफ्तारी की जा सके. इसी सिलसिले में मुख्य आरोपी और साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के बेटे असद की तलाश में पुलिस और एसटीएफ की टीम ने राजधानी लखनऊ के महानगर इलाके में स्थित अपार्टमेंट में दबिश दी. इस दौरान मौके से मिली दो लग्जरी कार को जब्त कर लिया गया.
एसटीएफ उमेश पाल हत्याकांड के अपराधियों की धड़कपड़ को लेकर अपने अभियान में खास सतर्कता बरत रही है कि दबिश को लेकर किसी भी प्रकार की सूचना लीक नहीं होने पाए. फरार हमलावरों के बारे में कोई भी जानकारी मिलते ही टीमें तत्काल मौके के लिए रवाना हो रही हैं. बताया जा रहा है कि एसटीएफ को लखनऊ में असद की लोकेशन मिली.
इसके बाद प्रयागराज कमिश्नरेट और एसटीएफ यूनिट की टीम राजधानी पहुंची. यहां पुलिस टीम ने महानगर स्थित यूनिवर्सल अपार्टमेंट की दूसरी मंजिल स्थित अतीक अहमद के फ्लैट नंबर 202 में दबिश दी. एसटीएफ को इनपुट मिला था कि वारदात के बाद हमलावर यहां ठहरे थे. हालांकि मौके पर कोई अपराधी नहीं मिला. वहां पर कुछ कर्मचारी मिले, जिनसे पूछताछ करने के साथ पूरे फ्लैट की तलाशी ली गई.
Also Read: उमेश पाल हत्याकांड: पूजा पाल बोलीं, अतीक से कनेक्शन, शाइस्ता परवीन ने की CBI जांच की मांग, एनकाउंटर का अंदेशा
सुरक्षाकर्मियों से मिली जानकारी के बाद अतीक अहमद के परिवार के नाम से रजिस्टर्ड दो गाड़ियों को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया. ये गाड़ियां मर्सिडीज व लैंड क्रूजर एसयूवी बताई जा रही हैं. कागजी कार्रवाई करने के बाद दोनों गाड़ियों को महानगर थाने में जमा करा दिया है.
प्रयागराज के धूमनगंज स्थित सुलेम सराय इलाके में शुक्रवार को पूर्व बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड में उमेश पाल की पत्नी ने अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ, अतीक के दो बेटों और कई अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. वारदात को अंजाम देने के बाद अतीक अहमद का बेटा असद फरार चल रहा है. उस पर प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है.
असद की तलाश में प्रयागराज, मीरजापुर, सोनभद्र सहित कई स्थानों में अब तक दबिश दी चुकी है. पुलिस और एसटीएफ की टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं. लखनऊ में भी संभावित ठिकाने खंगाले गए. जानकारी में सामने आया है कि राजधानी में कई ऐसे लोग हैं, जो अतीक अहमद के करीबी हैं. इनमें जमीन और दूसरे कारोबार से जुड़े लोग शामिल हैं. ये लोग अतीक के परिवार के संपर्क में थे.
एसटीएफ अब इनकी लिस्ट तैयार करने के साथ कुंडली खंगाल रही है. भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर इन पर भी कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी है. वहीं इनसे जुड़े ठिकानों पर भी दबिश दी जा सकती है. इस बीच संभावना जताई जा रही है कि असद सरेंडर कर सकता है. हालांकि यूपी पुलिस और एसटीएफ उसके ऐसा करने से पहले ही गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है.