लोकसभा में मंगलवार को केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने महिला आरक्षण बिल पेश किया. मोदी सरकार विधान सभा, लोकसभा की एक तिहाई सीट महिलाओं के लिए आरक्षित करने के लिए जो आरक्षण बिल लेकर आई है उसे ” नारी वंदन अधिनियम” के नाम दिया गया है.
बसपा प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा है कि बसपा के साथ-साथ ज्यादातर पार्टियां महिला आरक्षण बिल के पक्ष में अपना वोट देंगी. हमें उम्मीद है कि चर्चा के बाद इस बार यह बिल पास हो जाएगा क्योंकि यह काफी समय से लंबित था. संसद में मेरी पार्टी की ओर से कहा गया है कि महिलाओं की आबादी को ध्यान में रखते हुए लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को प्रस्तावित 33 फीसद के बजाय 50 फीसद आरक्षण मिले. मुझे उम्मीद है कि सरकार इस बारे में सोचेगी. साथ ही, महिलाओं के लिए अलग कोटा भी हो. महिला आरक्षण बिल पर बोलीं बीएसपी प्रमुख मायावती, कहा- महिला आरक्षण में ओबीसी, एससी और एसटी वर्ग की महिलाओं को आरक्षण सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
उत्तर प्रदेश सरकार में महिला कल्याण बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री तथा बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य का महिला आरक्षण बिल को लेकर कहना है कि हमारे पीएम ने आज ही नहीं, बल्कि लगातार महिलाओं की चिंता की है. इसे पास करके हम अपने पीएम का आभार व्यक्त करना चाहते हैं.. इस बिल से वह महिलाओं को अपने सपनों को पूरा करने का मौका देंगे. ऐसी कई महिलाएं हैं जो राजनीति में आना चाहती हैं, लेकिन किन्हीं कारणों से नहीं आ पाती हैं. 33% आरक्षण मिलने के बाद एससी, एसटी और आदिवासी महिलाओं को राजनीति में आने का मौका मिलेगा.