up assembly election 2022 : ज्यों-ज्यों उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीख करीब आ रही है सभी पार्टियां अपने-अपने वोट बैंक को साधने की कोशिश में जुटती जा रही हैं, इसी क्रम में बसपा और सपा ने पंडितों को अपने पाले में करने के लिए ब्राह्मण सम्मेलन की शुरुआत की है.
अपने सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले की वजह से मायावती पहले भी मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंच चुकी हैं यही वजह है कि बसपा एक बार फिर दलितों और ब्राह्मणों को साथ लाने की कोशिश में हैं.
बहुजन समाज पार्टी (बसपा)के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने आज इसी कोशिश के तहत कहा है कि प्रदेश के 13 प्रतिशत ब्राह्मण और 23 प्रतिशत दलित साथ मिलकर भाजपा की योगी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकेगी. सतीश चंद्र मिश्रा ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर यह आरोप लगाया है कि उनके शासनकाल में ब्राह्मणों और दलितों का उत्पीड़न हुआ है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार सतीशचंद्र मिश्रा ने पिछले वर्ष हुए हाथरस रेप केस का जिक्र किया और कहा कि इस घटना ने पूरे समाज को शर्मसार किया था और सरकार उन्हें बचाने में जुटी थी. मंगलवार को यहां बसपा कार्यालय में आयोजित बैठक में राज्यसभा सांसद मिश्रा ने कहा कि बसपा के शासनकाल में बतौर मुख्यमंत्री मायावती ने भारी संख्या में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां ब्राह्मणों को देकर उनके सम्मान को बढ़ाया था.
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सतीश मिश्रा ने आरोप लगाया कि भाजपा ने भगवान राम के साथ भी धोखा किया है, उनके नाम पर मंदिर के लिए जो चंदा जमा किया जा रहा है उसका इस्तेमाल भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कर रही है.
Posted By : Rajneesh Anand