उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) की तारीखों का ऐलान हो चुका है. यहां 7 चरणों में चुनाव होंगे. यूपी में इन चरणों के तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होगा. 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे. वहीं एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीटों पहले चरण का चुनाव 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान होना है. जिसमें शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, अलीगढ़, बुलंदशहर, आगरा और मथुरा शामिल हैं.
यूपी विधानसभा चुनाव को मात्र पर कुछ ही दिन बचे है. ऐसे में निर्वाचन आयोग पोलिंग बूथों की तैयारियां बारीकी से देख रही हैं. साथ ही मतदाताओं को किसी तरह की परेशानी न हो, इसका भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है. पोलिंग बूथ पर कोरोना गाइडलाइन का पूरा तरह से ध्यान रखा जा रहा है. इस बार निर्वाचन आयोग ने महिलाओं के लिए खास मतदान केंद्र की व्यवस्था की है. जिसमें पिंक बूथ शामिल है.
पिंक बूथ सामान्य बूथ से बिल्कूल अलग होता है, इसको महिलाओं के लिए विशेषकर तैयार किया जाता है. इस बूथ को पिंक यानी गुलाबी रंग से पेंट किया जाता है. बूथ का प्रवेश द्वार भी सजावटी पिंक कलर में होता है. कमरे को पिंक गुब्बारे से सजाया जाता है. यहीं नहीं पिंक पर्दे भी लगाए जाते हैं. पिंक बूथ को लाइट, पानी सुविधाओं से लैस किया जाता है. पिंक बूथ पर पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी प्रथम द्वितीय और तृतीय संग चतुर्थ श्रेणी कर्मी सभी गुलाबी साड़ी में रहेंगी. इन बूथों की सुरक्षा भी महिला जवान संभालेंगी.
चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश में होने वाले विधनासभा चुनाव को लेकर बेहद सजट और सावधान नजर आ रही है. आयोग मतदाताओं की सुरक्षा को देखते हुए संवेदनशील मतदान केंद्रों पर नजर रखने के लिए वेबकास्टिंग कराने का निर्णय लिया है. प्रदेश में कुल 1.74 लाख पोलिंग बूथ हैं, पहली बार आधे से अधिक करीब एक लाख पोलिंग बूथों पर वेबकास्टिंग होगी.
चुनाव आयोग की ओर से कोरोना की तीसरी लहर और मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए पोलिंग बूथों पर कई जरूरी मूलभूत सुविधाएं रखी गयी है. प्रदेश के सभी 1,74,351 पोलिंग बूथों पर पेयजल, बिजली, फर्नीचर, हेल्प डेस्क, वेटिंग रूम (शेड), शौचालय, सैनिटाइजर की सुविधा उपलब्ध रहेगी. सभी बूथों पर बोर्ड और संकेतकों के जरिए मतदाताओं को जानकारी दी जाएगी. साथ ही पोलिंग बूथ पर आने वाले सभी मतदाताओं को मास्क लगाना जरुरी है. स्वच्छ मतदान के लिए 900 पर्यवेक्षक निगरानी के लिए तैनात किए जाएंगे.
इस बार के चुनाव में कोरोना महामारी को देखते हुए प्रत्येक बूथ पर सिर्फ 1250 मतदाता ही वोट डाल सकेंगे. सभी पोलिंग बूथ ग्राउंड फ्लोर पर ही बनाए जाएंगे. चुनाव में मतदान का समय भी एक घंटा बढ़ा दिया गया है. साथ ही मतदाताओं को चुनाव नियमों की पर्ची दी जाएगी. आयोग की ओर से मतदान के दौरान किसी भी गलत गतिविधि के लिए सी-विजिल (Cvigil) एप पर शिकायत दर्ज की जाएगी.
इस बार चुनाव में know your candidate ऐप भी लॉन्च किया गया है. इस ऐप की मदद से मतदाता अपने उम्मीदवार के बार में सबी तरह की जानकारी इकटठ्ठा कर सकते हैं साथ ही यह भी जान सकते हैं कि उनपर कितना आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज है.
चुनाव आयोग की ओर से कोरोना महामारी को देखते हुए दिव्यांग और 80 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग मतदाताओं को मतदान करने के लिए पोलिंग बूथ पर जाने की आवश्कता नहीं होगी. वे घर बैठे ही पोस्टल बैलेट की मदद से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते है.