Lucknow: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) में जान फूंकने के लिए एक जिला एक उत्पाद (ODOP) की अपनी यूनीक योजना चलाई. आज ये देश के अंदर एक ब्रांड के रूप में पहचान बन चुकी है.
उन्होंने कहा कि जिस एमएसएमई सेक्टर में हताशा थी, वहां छह वर्ष के अंदर 96 लाख यूनिट करोड़ों लोगों के जीवन का आधार बनी हुई हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस-2023 के अवसर पर बैंकों के 20,000 करोड़ के ऋण वितरण, भारतीय पैकेजिंग संस्थान (IIP) के साथ एमओयू और जीआई पंजीकरण प्रमाण-पत्रों का वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे.
सीएम योगी ने कहा कि एमएसएमई सेक्टर में यूपी में व्यापक संभावनाएं हैं. आज इस कार्यक्रम में लाभार्थियों को ऋण वितरण के साथ 11 ओडीओपी उत्पादों को जीआई टैग का प्रमाण पत्र भी प्राप्त हुआ है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीआई टैग प्रमाण पत्र इनकी विशिष्ट पहचान को एक नई मान्यता देता है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में प्रदेश के उन उत्पादों को विशिष्ट पहचान दिलाने का काम शुरू किया गया, जो देश और दुनिया के सामने यूपी की पहचान के तौर पर प्रस्तुत किए जा सकते हों.
उन्होंने कहा कि यूपी सरकार ने एमएसएमई सेक्टर को प्रमोट करने के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया. इसके लिए मैपिंग कराई गई. परिणामस्वरूप पहले चरण में हम लोगों को प्रदेश के 75 में से 57 जनपद ऐसे मिले, जिनके पास अपना यूनीक प्रोडक्ट था. इस उत्पाद को उस जनपद के विशेष प्रोडक्ट के तौर पर जोड़ते हुए कार्यक्रम शुरू किया गया. इसके साथ ही शेष 18 जनपदों के लिए भी वहां से जुड़े हुए विशिष्ट उत्पाद को लेकर कार्यक्रम शुरू किए गए.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने एमएसएमई में जान फूंकने के लिए एक जिला एक उत्पाद की अपनी यूनीक योजना चलाई. आज ये देश के अंदर एक ब्रांड के रूप में पहचान बना चुकी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कोई एमएसएमई की बात करता है और ओडीओपी का जिक्र होता है तो सबकी नज़रों में उत्तर प्रदेश आने लगता है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश बेहद भाग्यशाली है. जिस उत्तर प्रदेश में एमएसएमई सेक्टर अंतिम सांस ले रहा था, लोगों में हताशा का भाव था. ऐसा लगता था कि जैसे अब कुछ नहीं हो पाएगा, वहां छह वर्ष के अंदर लगभग 96 लाख एमएसएमई की यूनिट करोड़ों लोगों के जीवन का आधार बनी हुई है. इनके जरिए लोगों को रोजगार मिला है, ये एमएसएमई यूनिट लोगों के स्वावलंबन का प्रतीक बनी हुई है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसी का परिणाम है कि आज 11 जीआई टैग उपलब्ध कराए गए हैं और उत्तर प्रदेश इसके साथ ही 52 जीआई टैग प्राप्त करने वाला देश का अग्रणी राज्य बन चुका है. उन्होंने कहा कि हमारे पास इससे भी बड़ी संभावना है, क्योंकि हमारे प्रदेश में 75 जनपद हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जनपद में कई विशेष प्रोडक्ट हैं. अगर वाराणसी की ही बात की जाए तो अकेले उसे ही 23 जीआई टैग प्राप्त हैं. लोग वाराणसी की आध्यात्मिकता से लेकर उसके सांस्कृतिक स्वरूप से अवगत हैं. लेकिन, वहां कला का हुनर भी है, ये इन जीआई टैग से पता चलता है.