UP Kanwar Yatra: उत्तर प्रदेश में हरियाणा की नूंह घटना के बाद पुलिस बेहद सतर्कता बरत रही है. हाई अलर्ट के बीच कांवड़ यात्रा की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है. इस बीच सावन का सोमवार होने के कारण 7 अगस्त को पुलिस प्रशासन और ज्यादा सतर्कता बरत रहा है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पुलिस बेहद अलर्ट है. कांवरियों के गुजरने वाले रास्तों को लेकर यातायात व्यवस्था में आम लोगों का प्रवेश निषेध रहेगा.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जनपद में कांवर पथ पर जगह जगह पुलिस कर्मी तैनात करने के साथ ही हाइवे पर जीरो ट्रैफिक रहेगा. इस दौरान दुपहिया वाहन और कारों का संचालन भी दोनों साइड पर पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा. यह व्यवस्था रविवार रात नौ से सोमवार सुबह चार बजे तक रहेगी.
इससे पहले सावन के चौथे सोमवार से एक दिन पहले रविवार की रात 30 जुलाई को बड़ी संख्या में कांवरिये जल लेकर मुरादाबाद, रामपुर, बरेली समेत अन्य जनपदों के लिए रवाना हुए थे. इस वजह से गजरौला, पाकबड़ा, मूंढपांडे, रामपुर में कई जगह जाम की समस्या देखने को मिली थी.
ऐसे में पिछले सप्ताह के अनुभव और कानून व्यवस्था को लेकर एलआईयू रिपोर्ट के आधार पर पुलिस और यातायात पुलिस के अधिकारियों ने हाइवे पर जीरो ट्रैफिक करने का निर्णय किया है. मुरादाबाद के पुलिस अधीक्षक यातायात सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि रविवार रात दिल्ली हाइवे पर नौ बजे से सुबह चार बजे तक नो ट्रैफिक रहेगा. इस दौरान एंबुलेंस, फायर, पुलिस समेत अन्य आपात सेवा वाले वाहन ही जा सकेंगे.
Also Read: UP Weather Update: यूपी में उमस के बीच कई जिलों में आज जमकर बरसेंगे बादल, जानें अपने शहर का मौसम
अधिकारियों के मुताबिक कांवर यात्रा के मद्देनजर हाइवे पर सात घंटे नो ट्रैफिक रहेगा. ऐसे में यदि आवश्यक नहीं हो तो रविवार रात 9 बजे से लेकर रविवार सुबह 4 बजे तक दिल्ली हाइवे पर ड्राइविंग करने से बचें. बेहतर होगा कि घर से ही सोमवार सुबह चार बजे के बाद निकलें. घर घर से निकल गए हैं तो सुरक्षित ढाबे पर रुक जाएं.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक बदली हुई व्यवस्था के तहत मुरादाबाद अगवानपुर, अगवानपुर बाईपास से कैलसा रोड, कैलसा रोड होते हुए अमरोहा जा सकते हैं. इसके साथ ही बरेली से दिल्ली की ओर जाने वाले सभी तरह के वाहन मिलक, शाहबाद, बिलारी, सिरसी, संभल, गवां, नरौरा, डिबाई, शिकारपुर, बुलंदशहर, हापुड़, गाजियाबाद होकर जाएंगे. इसी मार्ग से वापसी दिल्ली से बरेली जाएंगे.
इसके अलावा मुरादाबाद से दिल्ली एवं मेरठ की ओर जाने वाले सभी वाहन आजाद नगर से बिलारी, सिरसी, संभल, गवां, नरौरा, डिबाई, शिकारपुर, बुलंदशहर होकर दिल्ली एवं मेरठ पहुंचेंगे. इसी मार्ग से वापस आएंगे. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अमरोहा से रामपुर, बरेली की ओर जाने वाले वाहन कैलसा, बागड़पुर, डींगरपुर तिराहा पाकबड़ा से डींगरपुर, कुंदरकी, बिलारी, शाहबाद होकर रामपुर पहुंचेंगे. इसी मार्ग से वापस आएंगे.
नूंह में हुई हिंसा के बाद मेरठ में अलर्ट कर दिया गया है. खुफिया विभाग भी एक्टिव हो गया है. अल्पसंख्यक और मिश्रित आबादी वाले इलाकों पर खास निगरानी रखने के लिए एडीजी मेरठ जोन राजीव सभरवाल, आईजी मेरठ रेंज नचिकेता झा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बेगमपुल पर कैंप किया. बताया जा रहा है कि सीसीटीवी कैमरों के जरिए हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि माहौल बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी.
हरियाणा के नूंह में हुए बवाल के बाद देश के कई राज्य अपने-अपने तरीकों से हिंसा नहीं होने और संप्रदायों में आपसी टकराव को लेकर कदम उठा रहे हैं. इसी कड़ी मेंउत्तर प्रदेश के डीजीपी मुख्यालय से सूबे के सभी जिलों को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. इस अलर्ट में जिलों के पुलिस कप्तान को फुट पेट्रोलिंग करने, धर्मगुरुओं से बातचीत करने, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट को फैलने से रोकने और कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी जिलों की पुलिस को अलर्ट किया गया है.
स्पेशल डीजी एलओ प्रशांत कुमार के मुताबिक 1165 कांवर मार्ग जो 13 हजार 921 किलोमीटर तक फैली है. 4159 शिवालय मंदिर, 362 जल लेने के स्थान (नदी, घाट) और 362 श्रावण मेला स्थल चिह्नित किए गए है, इसको लेकर पूरी पुलिस व्यवस्थाएं की गई है. कांवर यात्रा को लेकर सभी जिलों में 1056 संवेदनशील स्थान व हॉट स्पॉट चिह्नित करते हुए जोन सेक्टर स्कीम के तहत पुलिस व्यवस्था की गई है. हॉट स्पॉट व आयोजन स्थलों को लेकर 1448 क्यूआरटी टीमों को लगाया गया है.
कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यालय स्तर से 243 कम्पनी पीएसी बल, 3 कम्पनी एसडीआरएफ, 7 कंपनी सीएपीएफ को राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में व्यवस्था की गई है. वाराणसी, मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली में विशाल कांवर यात्रा को लेकर लगातार सतर्कता बरती जा रही है.
आयोजन और श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए 13 अपर पुलिस अधीक्षक, 33 पुलिस उपाधीक्षक, 75 निरीक्षक, 244 उप निरीक्षक, 1250 मपु आरक्षी, 22 निरीक्षक उप निरीक्षक यातायात, 150 मु. आरक्षी यातायात लगाने की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही एटीएस की कमाण्डो टीमों को भी लगाया गया है.